मुंबई। Tesla : विश्व की अग्रणी इलेक्ट्रिक वाहन (EV) निर्माता कंपनी टेस्ला ने आखिरकार भारत में अपने कदम रख दिए हैं। आज, 15 जुलाई 2025 को, टेस्ला ने मुंबई के प्रतिष्ठित बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में अपने पहले शोरूम, जिसे कंपनी ने “एक्सपीरियंस सेंटर” का नाम दिया है, का उद्घाटन किया। यह 4,000 वर्ग फुट का शोरूम मेकर मैक्सिटी बिल्डिंग में स्थित है, जो मुंबई का एक प्रमुख वाणिज्यिक केंद्र है।
टेस्ला की भारत यात्रा एलन मस्क के नेतृत्व वाली टेस्ला ने लंबे समय से भारत में प्रवेश की योजना बनाई थी, लेकिन उच्च आयात शुल्क और स्थानीय विनिर्माण को लेकर मतभेदों के कारण यह प्रक्रिया बार-बार रुकी। हाल ही में, फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एलन मस्क की मुलाकात के बाद टेस्ला ने भारत में अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया। इस मुलाकात के बाद कंपनी ने मुंबई और दिल्ली में शोरूम स्थापित करने की दिशा में तेजी से कदम उठाए।
मुंबई शोरूम की खासियत मुंबई का यह शोरूम टेस्ला के प्रीमियम इलेक्ट्रिक वाहनों और उनकी अत्याधुनिक तकनीक को प्रदर्शित करने का केंद्र होगा। शोरूम में टेस्ला के लोकप्रिय मॉडल Y और मॉडल 3 को प्रदर्शित किया जाएगा, जो कंपनी की शंघाई फैक्ट्री से आयात किए गए हैं। हालांकि, शुरुआती चरण में टेस्ट ड्राइव और वाहन डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।
शोरूम के लिए टेस्ला ने 5 साल के लिए लीज पर जगह ली है, जिसका मासिक किराया लगभग 35 लाख रुपये है, जो भारत में ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए सबसे महंगे किरायों में से एक है। इसके अलावा, टेस्ला ने लगभग 1 मिलियन डॉलर मूल्य के वाहन, सुपरचार्जर और अन्य सामान आयात किए हैं।
मॉडल Y की कीमत और आयात टेस्ला ने अपने पहले सेट के रूप में मॉडल Y रियर-व्हील ड्राइव एसयूवी को भारत में लाया है, जिसकी कीमत लगभग 48 लाख रुपये से शुरू होने की उम्मीद है। इन वाहनों पर 70% का आयात शुल्क लागू होगा, जिसके कारण इनकी कीमत 56,000 डॉलर (लगभग 47 लाख रुपये) से अधिक हो सकती है। मॉडल Y दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाला इलेक्ट्रिक वाहन है, और इसे भारतीय सड़कों पर पहले ही कई बार टेस्टिंग के दौरान देखा गया है।
टेस्ला की भारत में योजनाएं मुंबई के बाद, टेस्ला दिल्ली के एयरोसिटी में अपना दूसरा शोरूम खोलने की तैयारी कर रहा है। कंपनी ने भारत में अपनी मौजूदगी को मजबूत करने के लिए बेंगलुरु में एक रजिस्टर्ड ऑफिस, पुणे में एक इंजीनियरिंग हब, और मुंबई के कुर्ला वेस्ट में एक सर्विस सेंटर भी स्थापित किया है। इसके अलावा, टेस्ला ने बिक्री, सर्विस, और ऑटोपायलट डेटा संग्रह जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भर्तियां शुरू की हैं।हालांकि, केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने स्पष्ट किया है कि टेस्ला ने भारत में विनिर्माण इकाई स्थापित करने में कोई रुचि नहीं दिखाई है। कंपनी का ध्यान फिलहाल केवल शोरूम और आयातित वाहनों की बिक्री पर है।
भारत में टेस्ला का भविष्य भारत, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार, टेस्ला के लिए एक बड़ा अवसर प्रस्तुत करता है, खासकर तब जब कंपनी यूरोप और चीन में बिक्री में कमी का सामना कर रही है। विश्लेषकों का मानना है कि भारत में प्रीमियम इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग टेस्ला के लिए फायदेमंद हो सकती है। टेस्ला की भारत में एंट्री न केवल इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देगी, बल्कि भारतीय ग्राहकों को नई तकनीक और बेहतर विकल्प भी प्रदान करेगी।
टेस्ला का यह कदम भारत के इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में एक नया अध्याय शुरू करने का संकेत है, और यह देखना रोमांचक होगा कि कंपनी भारतीय ग्राहकों के बीच अपनी जगह कैसे बनाती है।