नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने छात्रों में स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने और बढ़ते मोटापे की समस्या से निपटने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है। 15 जुलाई 2025 को जारी सर्कुलर के अनुसार, देशभर के सभी CBSE से संबद्ध स्कूलों में ‘ऑयल बोर्ड’ (Oil Boards) लगाए जाएंगे।
CBSE की यह पहल पहले से जारी शुगर बोर्ड्स (Circular No. Acad-26/2025) की तर्ज पर है। बोर्ड ने बताया कि हाल के वर्षों में बच्चों और वयस्कों में मोटापे की दर तेजी से बढ़ी है। NFHS-5 के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में हर पांच में से एक वयस्क अधिक वजन या मोटापे से ग्रसित है। Lancet GBD 2021 के अनुसार, भारत में मोटे बच्चों की संख्या 2025 में 1.8 करोड़ से बढ़कर 2050 तक 4.49 करोड़ हो सकती है, जिससे भारत दुनिया में दूसरा सबसे अधिक मोटापा प्रभावित देश बन सकता है।
CBSE द्वारा दिए गए प्रमुख निर्देश:
1. ऑयल बोर्ड डिस्प्ले: स्कूलों में कैफेटेरिया, लॉबी, मीटिंग हॉल आदि जैसे सार्वजनिक स्थानों पर डिजिटल या स्टैटिक पोस्टर लगाएं, ताकि हानिकारक तेल की खपत को लेकर जागरूकता फैलाई जा सके।
2. स्वास्थ्य संदेशों का प्रचार: स्कूल की सभी आधिकारिक स्टेशनरी (लेटरहेड, फोल्डर, डायरी, नोटपैड आदि) पर स्वास्थ्य संबंधी संदेश छपवाएं।
3. स्वस्थ खानपान व गतिविधियों को बढ़ावा: छात्रों को संतुलित भोजन और नियमित व्यायाम के लिए प्रेरित करें। हाई फैट, शुगर और साल्ट (HFSS) वाले खाद्य पदार्थों की खपत को कम करें और पैदल चलने, सीढ़ी उपयोग जैसे दैनिक अभ्यासों को अपनाएं।
CBSE ने सभी स्कूलों से आग्रह किया है कि वे इस दिशा में गंभीरता से कार्य करें ताकि बच्चों के स्वास्थ्य की रक्षा हो सके और एक स्वस्थ स्कूल वातावरण विकसित किया जा सके। स्कूलों को यह भी सुझाव दिया गया है कि वे अपने छात्रों से ऐसे ऑयल बोर्ड स्वयं तैयार करवाएं, जिससे उन्हें व्यावहारिक शिक्षा भी मिले।
यह पहल Food Safety and Standards Authority of India (FSSAI) के सहयोग से चलाई जा रही है। अधिक जानकारी और संसाधन CBSE तथा FSSAI की आधिकारिक वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध हैं।
यह अभियान न केवल छात्रों के स्वास्थ्य को सुरक्षित करेगा, बल्कि उन्हें पोषण और फिटनेस के प्रति जागरूक नागरिक भी बनाएगा।