गरियाबंद, 17 जुलाई 2025।
महिला एवं बाल विकास विभाग के दो कर्मचारियों को लंबे समय से कार्यालय से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने और विभागीय नोटिसों का जवाब नहीं देने पर कलेक्टर बी.एस. उइके ने सेवा से पदच्युत कर दिया है। दोनों कर्मचारी सहायक ग्रेड-03 पद पर कार्यरत थे।
कार्रवाई में फिंगेश्वर परियोजना के उमेश कुमार वैष्णव और मैनपुर परियोजना के विकास कुमार पोटाई को शासकीय सेवा से हटाया गया है।
उमेश कुमार वैष्णव, सहायक ग्रेड-03, 27 अप्रैल 2018 से बिना पूर्व सूचना के लगातार 2154 दिनों तक अनुपस्थित रहे। विभाग द्वारा बार-बार कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के बावजूद उन्होंने कोई जवाब प्रस्तुत नहीं किया। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य खराब होने का हवाला दिया, परंतु इसके समर्थन में कोई प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं किया। अंतिम अवसर के रूप में 21 जून 2024 को विभाग द्वारा पत्र जारी किया गया, जिसके जवाब में भी समाधानकारक दस्तावेज़ नहीं मिले।
विकास कुमार पोटाई, सहायक ग्रेड-03, 1 मार्च 2016 से लगातार 2300 दिनों तक बिना सूचना के अनुपस्थित रहे। उन्होंने भी स्वयं एवं अपने परिवारजनों की स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला दिया, किंतु विभाग को कोई वैध चिकित्सा प्रमाण पत्र नहीं सौंपा।
दोनों मामलों में जवाबों के अभाव और संतोषजनक प्रमाण पत्र न मिलने पर, कलेक्टर ने छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के अंतर्गत दोनों कर्मचारियों को सेवा से पदच्युत करने का आदेश जारी किया है।