रायगढ़। CG NEWS: मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तैनात पुराने सिक्योरिटी गार्डों की नौकरी पर संकट मंडरा रहा है। ठेका बदलते ही करीब सैकड़ों से ज्यादा गार्डों को काम से हटा दिया गया है। इस फैसले के विरोध में गार्डों ने सोमवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर के हाथों कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा और अपनी नौकरी बचाने की गुहार लगाई। इससे पहले निकाले गए सुरक्षा गार्डों ने मेडिकल कॉलेज परिसर में भी जमकर हंगामा किया।
गार्डों का आरोप है कि नई ठेका कंपनी ‘मेंटास’ द्वारा पूर्व के ठेकेदार के सभी गार्डों को हटाकर बिना पूर्व सूचना के नई भर्ती कर ली गई है। पुराने गार्डों का कहना है कि उन्होंने पिछले कई वर्षों से बेहद कठिन परिस्थितियों में काम किया। मात्र 6000 रुपए के वेतन पर 24 घंटे की ड्यूटी निभाई, छुट्टी पर वेतन काटा जाता था, और किसी भी गलती पर बाहर निकालने की धमकी मिलती थी।
महिला गार्डों ने बताया कि उन्हें हर वार्ड में ड्यूटी करनी पड़ती थी गेट से मर्चूरी तक लेकिन कभी भोजन का समय तक नहीं दिया गया। इसके बावजूद जब उन्होंने व्यवस्थाओं में पारदर्शिता और शोषण के खिलाफ आवाज उठाई तो उन्हें टेंडर बदलने के बहाने बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। गार्डों ने बताया कि 20 तारीख तक वे लगातार ड्यूटी कर रहे थे,
लेकिन 21 तारीख को अचानक नए गार्ड लाकर उन्हें जबरन हटा दिया गया। ना तो कोई लिखित आदेश मिला, ना ही अधिकारीयों ने उनकी बात सुनी। गार्डों का कहना है कि अगर हमने पुरानी कंपनी के लिए काम किया है तो नए टेंडर के तहत हमें काम करने का अधिकार मिलना चाहिए, ताकि हमारी रोजी-रोटी चल सके। गार्डों ने मांग की है कि कलेक्टर मामले में हस्तक्षेप कर उन्हें पुनः नौकरी दिलवाएं और इस शोषण व भ्रष्टाचार की जांच करवाई जाए।