सरिया,रायगढ़। CG NEWS: विकासखंड शिक्षा कार्यालय बरमकेला जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ में एक ऐसा मामला सामने आया है। जहां एक दसवीं पास कर्मचारियों को सहायक ग्रेड 2 के पद पर पदोन्नति किया गया है। जो नियमों का उल्लंघन है। इस पदोन्नति के लिए आवश्यक योग्यता जैसे स्नातक की डिग्री या अन्य आवश्यक दस्तावेज विकासखंड शिक्षा अधिकारी के पास उपलब्ध नहीं है। जिससे भ्रष्टाचार के आशंका बढ़ गई है। ऐसे मामलों में विकास शिक्षा अधिकारी का मुख्य कार्य शिक्षा का प्रशासन, पर्यवेक्षक, निरीक्षण, मार्गदर्शन और नियंत्रण करना होता है।
ना कि इस तरह के मामले में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना चाहिए और शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता को कम करते।
सहायक ग्रेड 2 के लिए योग्यता आमतौर पर किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होती है। इसके अतिरिक्त कुछ मामलों में कंप्यूटर दक्षता और टाइपिंग कौशल भी आवश्यक हो सकता है ।
किसी भी विषय में स्नातक तथा विशिष्ट विषय में स्नातक की डिग्री की आवश्यकता होती है। लेकिन एक ऐसा कर्मचारी यहां पदस्थ है जिनके पास सिर्फ कक्षा दसवीं की योग्यता संबंधी अंकसूची ही है और ऐसे व्यक्ति यहां सहायक ग्रेड 2 के पद पर धडल्ले से कार्य कर रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सहायक ग्रेड 2 के एक एक कर्मचारी को पूर्व में पदोन्नति हेतु सेवा पुस्तिका के आधार पर संबंधित कार्यालय से जानकारी उच्च कार्यालय को दे दी गई है जिसके चलते पदोन्नति का लाभ संबंधित को दिया गया है ।इसकी जांच की जानी चाहिए। इस तरह यहां गड़बड़ झाला का गंभीर आरोप सरिया के जागरूक नागरिक एवं सामाजिक कार्यकर्ता मुरलीधर पाणिग्राही ने लगाया है।
उन्होंने सारंगढ़ बिलाईगढ कलेक्टर से मांग किया है कि इस मामले में उच्च स्थिति जांच की जाए। ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सजा मिल सके। मुरलीधर पाणिग्रही ने जिला शिक्षा अधिकारी से भी मांग किया है कि बरमकेला शिक्षा विभाग का यह एक गंभीर मामला है । जिस पर तत्काल ध्यान देने और उचित कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
ताकि शिक्षा विभाग में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित किया जा सके। इसकी जानकारी तब हुई जब मुरलीधर पाणिग्राही ने शिक्षा विभाग बरमकेला में पदस्थ कर्मचारियों की पुलिस वेरिफिकेशन एवं योग्यता संबंधी जानकारी सूचना के अधिकार के तहत मांगी। तब बरमकेला शिक्षा विभाग के द्वारा दिनांक 16 जुलाई को बरमकेला के जन सूचना अधिकारी स्वयं विकासखंड शिक्षा अधिकारी हैं और उनका ही योग्यता संबंधी जानकारी सूचना के अधिकार के तहत प्रदान नहीं की गई है।
कुल 36 पेज की जानकारी में यहां पदस्थ विकासखंड शिक्षा अधिकारी नरेंद्र कुमार जांगड़े का योग्यता संबंधी एक भी जानकारी नहीं दी गई है। इसके साथ ही सहायक ग्रेड 2 राम सिंह निषाद की योग्यता संबंधी जानकारी कक्षा दसवीं उत्तीर्ण की ही दी गई है।
इसे पता चलता है कि राम सिंह निषाद कक्षा दसवीं तक की पढ़ाई की है और उन्हें सहायक ग्रेड 2 के पद पर कैसे नियुक्त किया गया। यह जांच का विषय है। सूचना के अधिकार के तहत मुरलीधर पाणिग्राही ने यहां पदस्थ समस्त कर्मचारियों की पुलिस वेरीफिकेशन एवं योग्यता संबंधी जानकारी मांगी थी। जहां पुलिस वेरिफिकेशन की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है। इस तरह सूचना के अधिकार की धज्जियां भी उड़ाई गई है। उन्होंने कलेक्टर महोदय से मांग किया है कि जिले में पदस्थ समस्त कर्मचारियों की पुलिस वेरिफिकेशन एवं योग्यता संबंधी दस्तावेजों की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाए।