मंत्री ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि
आज जम्मो काम-काज के भीड़-भाड़ ले समय निकाल के अपन खेत पहुंचे रहेंव। रोपा बर धान के थहरा उखाड़त बेरा, बड़ दिन बाद माटी के ओ सुगंध ला ले पायेंव। ओ दिन के बेरा मोला आजो साफ-साफ सुरता आथे जब हमन जम्मो परिवार संग खेत म उतर के रोपा लगावत रहेंन।
धान सिरिफ फसल नो हे, ये हमर अस्मिता आय। ओ माटी जेमे हमर पसीना मिलय हे, ओमा हमर संस्कार जड़ पकड़े हवय।छत्तीसगढ़ के माटी, ओमा उपजत धान, अउ ओ धान ला रोपेइया हाथ – येच हमर असली संस्कृति आय। हमर जिम्मेदारी हे, के ए धरोहर ला हमन सम्हाल के रखन।
आज जम्मो काम-काज के भीड़-भाड़ ले समय निकाल के अपन खेत पहुंचे रहेंव। रोपा बर धान के थहरा उखाड़त बेरा, बड़ दिन बाद माटी के ओ सुगंध ला ले पायेंव।
ओ दिन के बेरा मोला आजो साफ-साफ सुरता आथे – जब हमन जम्मो परिवार संग खेत म उतर के रोपा लगावत रहेंन।
धान – सिरिफ फसल नो हे, ये हमर… pic.twitter.com/M243dbFvGt
— Laxmi Rajwade (@LaxmiRajwade21) July 22, 2025