डेस्क। BIG NEWS : केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को बताया कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों को सेवा नियमों के तहत 30 दिन का अर्जित अवकाश मिलता है, जिसे वे वृद्ध माता-पिता की देखभाल सहित व्यक्तिगत कारणों के लिए ले सकते हैं। एक प्रश्न के लिखित उत्तर में उन्होंने राज्यसभा को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय सिविल सेवा (अवकाश) नियम, 1972 के अंतर्गत एक केंद्रीय सरकारी कर्मचारी को प्रति वर्ष 30 दिन का अर्जित अवकाश, 20 दिन का अर्ध वेतन अवकाश, आठ दिन की आकस्मिक छुट्टी और दो दिन का निरूद्ध अवकाश मिलता है।
डॉ. सिंह ने बताया, “ये सभी अवकाश व्यक्तिगत कारणों से लिए जा सकते हैं, जिनमें बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल भी शामिल है।” उनसे यह पूछा गया था कि क्या केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए वृद्ध माता-पिता की देखभाल हेतु किसी विशेष अवकाश का प्रावधान है।
इसके अलावा, एक अन्य सवाल के जवाब में डॉ. जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा को जानकारी देते हुए बताया कि भारत तीन प्रकार के छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (एसएमआर) विकसित कर रहा है, जिनमें से एक रिएक्टर विशेष रूप से हाइड्रोजन उत्पादन के लिए होगा। सिंह ने बताया कि भारत में स्वदेशी रूप से तीन प्रकार के एसएमआर विकसित किए जा रहे हैं।
बता दें कि संसद में बृहस्पतिवार को लगातार चौथे दिन बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर गतिरोध कायम रहा जबकि राज्यसभा में सेवानिवृत्त होने जा रहे छह सदस्यों को विदाई दी गयी और इस दौरान उच्च सदन में कोई शोर-शराबा देखने को नहीं मिला। हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा एक-एक बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। दोनों सदनों में एसआईआर के विरोध में विपक्ष के कई सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करते रहे। लोकसभा में कार्यवाही आरंभ होते ही विपक्षी दलों ने आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी की और तख्तियां लहराईं, जिन पर एसआईआर विरोधी नारे लिखे हुए थे। उन्होंने बिहार में एसआईआर की कवायद पर तत्काल चर्चा की मांग करते हुए हंगामा किया।