गरियाबंद, 25 जुलाई 2025/ जिले को कुपोषण मुक्त बनाने और बच्चों की बेहतर देखभाल सुनिश्चित करने के उद्देश्य से गरियाबंद के ऑक्सन हॉल में मेगा हेल्थ कैम्प का आयोजन किया गया। कलेक्टर बी.एस. उइके के निर्देश पर आयोजित इस शिविर में प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक भट्टर और उनकी टीम ने कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया।
शिविर में 150 से अधिक बच्चों की जांच की गई। वजन, वृद्धि चार्ट समेत जरूरी मापदंडों के आधार पर बच्चों की स्थिति का मूल्यांकन कर उन्हें निःशुल्क दवाएं वितरित की गईं। बच्चों के पालकों को संतुलित आहार एवं देखभाल के बारे में भी मार्गदर्शन दिया गया।
इस अवसर पर दो माह से 15 वर्ष तक के बच्चों के लिए पौष्टिक आहार संबंधी जानकारी युक्त पुस्तिका का विमोचन कलेक्टर उइके सहित अन्य अतिथियों ने किया। कार्यक्रम में अपर कलेक्टर नवीन भगत, जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक पाण्डेय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी और चिकित्सा टीम मौजूद रही।
कलेक्टर उइके ने बताया कि गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें विशेष पूरक आहार दिया जा रहा है। जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और समाज के सभी वर्गों से अपील की जा रही है कि वे ऐसे बच्चों को गोद लेकर उनके इलाज और पोषण में सहयोग करें।
डॉ. भट्टर ने कहा कि इस शिविर के माध्यम से उनकी टीम ने सामाजिक दायित्व का निर्वहन किया है और बच्चों के इलाज का फॉलोअप भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुपोषण बीमारियों की जड़ है और इससे लड़ने के लिए पोषण आहार अत्यंत आवश्यक है।
कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक पाण्डेय ने बताया कि जिले में 920 गंभीर कुपोषित बच्चे हैं, जिनमें से अधिकांश को गोद ले लिया गया है। इन बच्चों को छह माह तक पौष्टिक आहार एवं चिकित्सा सेवा प्रदान की जाएगी।
कुपोषण के विरुद्ध इस अभियान की अगली कड़ी में रविवार, 27 जुलाई को छुरा में मेगा हेल्थ कैम्प आयोजित किया जाएगा, जिसमें डॉ. भट्टर और उनकी टीम द्वारा बच्चों का निःशुल्क परीक्षण किया जाएगा।