रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य विभाजन के बाद रायपुर क्राइम ब्रांच में पदस्थ एक थानेदार की मौजूदगी अपराधियों को कंपकपा दिया करती थी। मामला कितना भी पेचिदा हो महकमे के वरिष्ठ अफसरों को उस थानेदार पर पूरा भरोसा रहता था और उनका भरोसा कभी टूटा भी नहीं। वैसे तो थानेदार से डीएसपी पदोन्नत हो चुके पुलिस महकमे के इस अफसर जिसे सत्येन्द्र पांडेय के नाम से जाना जाता है, एएसपी पदोन्नत हो जाना था, लेकिन विभागीय उदासीनता की वजह से उन्हें डीएसपी के पद पर रहते हुए आज सेवानिवृत्त होना पड़ रहा है।
डीएसपी सत्येन्द्र पांडेय के अलावा प्रदेश के तीन और भी पुलिस अफसर हैं, जिनका महकमे में आज अंतिम दिन है। कल से वे सेवानिवृत्त अफसरों की श्रेणी में आ जाएंगे। इनमें सीएसपी राम नारायण यादव, डीएसपी बलवीर सिंह रावत और डीएसपी अजीत कुमार यादव का नाम शामिल है। इन चारों ही अफसरों को एएसपी पदोन्नति विचाराधीन है। छत्तीसगढ़ पुलिस महकमे से दो एएसपी राजीव शर्मा और शौकत अली भी आज ही सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि सब इंस्पेक्टर के पद पर उनकी ज्वाइनिंग हुई थी. टीआई के बाद सीएसपी बने थे. पात्रता के अनुसार उन्हें एडिशनल एसपी बनना था. लेकिन विभाग की उदासीनता के कारण उन्हें इससे वंचित होना पड़ा. उन्होंने बताया कि डीपीसी और समय पर बैठक नहीं होने के कारण उनकी पदोन्नति नहीं हो पाई. दो तीन दिन पहले इसके लिए बैठक हुई थी, लेकिन उसमें क्या हुआ पता नहीं.