दिल्ली के मुख्यमंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सोमवार को एलान किया था की दिल्ली की सभी सीमाएं अगले 7 दिनों तक सील करा दी जाएगी। एस एलान के बाद आज यानि 2 जून को सभी सीमाएं सील करा दी गयी है। इसको तत्काल ही लागु करा दिया गया है। हालांकि इस दौरान पास वालों को एंट्री मिलती रहेगी।
लॉकडाउन 5 अथवा अनलॉक-1 में केंद्र सरकार ने लोगों को राहत देने की कवायद तो शुरू की लेकिन दिल्ली में केजरीवाल सरकार सख्त नजर आ रही है।बता दें कि दिल्ली सीएम ने सोमवार को ऐलान करते हुए बताया कि लॉकडाउन 4 में जो छूट दी गई थी, वो जारी रहेगी। इसके साथ ही ऑटो, ग्रामीण सेवा में अब पूरा परिवार यात्रा कर सकता है। वहीं एक हफ्ते के लिए सभी बॉर्डर को सील किया गया है। वहीं लॉकडाउन 5 की गाइडलाइन्स के मुताबिक, एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने पर किसी तरह की रोक नहीं है। इसी के तहत हरियाणा ने दिल्ली से सटे अपने बॉर्डर को खोल दिया था, यानी लोग गुरुग्राम-फरीदाबाद से दिल्ली आ सकते थे। लेकिन उत्तर प्रदेश के नोएडा और गाजियाबाद ने दिल्ली से सटे बॉर्डर को बंद ही रखा।
केजरीवाल के सख्त फैसले के बाद अब सिर्फ दिल्ली में वो ही लोग आ पाएंगे, जिनके पास प्रशासन द्वारा जारी पास होगा या फिर वो जरूरी क्षेत्र में कार्य करते होंगे। आपको बता दें कि सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन 5 से जुड़ी रियायतों का ऐलान किया। लेकिन सबसे बड़ा फैसला दिल्ली के बॉर्डर को सील करने का रहा। अरविंद केजरीवाल ने इसको लेकर जनता से सुझाव भी मांगे हैं, जो शुक्रवार की शाम पांच बजे तक भेजे जा सकते हैं।केजरीवाल ने कहा कि, “दिल्ली सरकार को एक महत्वपूर्ण विषय पर आपकी राय चाहिए। क्या दिल्ली के बॉर्डर खोल दिए जाए? और क्या दिल्ली के अस्पतालों को देश से आने वाले सभी लोगों के लिए खोला जाए? सुझाव कहां भेजना है, इसको लेकर दिल्ली सरकार की तरफ डिटेल्स भी दी गई हैं। जिसमें कहा गया है कि शुक्रवार शाम 5 बजे तक ईमेल: [email protected], व्हाट्सअप: 8800007722, वॉइसमेल: 1031 पर भेजे सकते हैं।”