रायपुर। छग में पुलिस के जवान आखिर क्यों या तो अपनी जिंदगी को मौत के हवाले कर देते हैं, या फिर अपने सहचरों पर गोलियों की बौछार कर देते हैं, ये तो अहम सवाल हैं, जिसे लेकर महकमे और प्रदेश के मुखिया सोचनीय स्थिति में आ गए हैं। इन दोनों ही सवालों का जवाब ढूंढ़ने और इस मुसीबत का हल निकालने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर आज डीजीपी डीएम अवस्थी ने पुलिस के आला अधिकारियों की एक बैठक नया रायपुर स्थित पुलिस मुख्यालय में ली। इस मसले पर काफी देर तक विचार-विमर्श हुआ।
यह बात तो स्पष्ट हो चुकी है कि पुलिस के जवान मानसिक दवाब के शिकार हो रहे हैं। फिलहाल कोरोना काल चल रहा है, जिसकी वजह से सबसे ज्यादा दबाव यदि किसी पर है, तो वह पुलिस पर है, उसमें भी जवानों को ज्यादा दबाव झेलना पड़ रहा है। इस विशेष विषय पर आज डीजीपी डीएम अवस्थी ने पुलिस मुख्यालय में पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में मनोवैज्ञानिक को भी बुलाया गया था।
नए पीएचक्यू में हुई बैठक में पुलिस के मुखिया ने अधिकारियों के साथ मिलकर जवानों में मानसिक तनाव को दूर करने की रूपरेखा तैयार की है। बैठक में एडीजी अशोक जुनेजा, आईजी दुर्ग, आईजी बिलासपुर, आईजी रायपुर, एआईजी मयंक श्रीवास्तव और एआईजी राजेश अग्रवाल मौजूद रहे।