मध्यप्रदेश भाजपा ने शनिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को रद्द करने पर उनकी टिप्पणी के लिए जमकर आलोचना की। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने दिग्विजय सिंह की गतिविधियों की एनआईए से जांच कराने की मांग की तो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली पार्टी पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया। एक अन्य भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि सिंह ने देश के साथ विश्वासघात किया है और उनकी टिप्पणी देशद्रोह की श्रेणी में आती है।
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भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर दिए गए बयान के मामले में केद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कांग्रेस नेता की गतिविधियों की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से कराने की मांग की है। शर्मा ने इसमें लिखा है कि राज्यसभा सांसद कई जिम्मेदार पदों पर रह चुके हैं इसके बावजूद वो देशविरोधी ताकतों के साथ खड़े रहते हैं। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस की क्लब हाउस चैट में पाकिस्तानी पत्रकार के सवाल के जवाब में दिग्विजय सिंह ने जो कहा वह देश विरोधी षडयंत्र का हिस्सा है।”
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शर्मा ने कहा कि इसके पहले मार्च 2019 में भारत की ओर से पाकिस्तान पर की गई एयर स्ट्राइक के बाद उन्होंने सबूत भी मांगा था। मुंबई में हुए 26/11 हमले को लेकर उन्होंने शहीद हेमंत करकरे की शहादत को विवादित करने के लिए इसका ठीकरा आरएसएस पर फोड़ा था। बाटला हाउस के मामले में उन्होंने आतंकवादियों के घर जाकर अपनी सहानुभूति प्रगट की थी। वह हमेशा देश विरोधी ताकतों के साथ खड़े दिखाई देते हैं। आज की घटना देश की एकता-अखंडता के लिए खतरा है। ऐसे में एनआईए को दिग्विजय सिंह के पाकिस्तान संबंध की जांच करनी चाहिए।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने कश्मीर में धारा 370 लगाकर पाप किया है। चौहान ने कहा, ”कश्मीर भारत का मुकुटमणि है, भारत का अभिन्न अंग है। यह कांग्रेस थी जिसने कश्मीर में अनुच्छेद 370 लगाने का पाप किया। कांग्रेस अब फिर पाकिस्तान की भाषा बोल रही है।” उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी का रुख स्पष्ट करना चाहिए।