जम्मू। कोरोना से उपजे हालात को देखते हुए इस साल की श्री बाबा अमरनाथ यात्रा को रद कर दिया गया है। यह लगातार दूसरा साल है जब बाबा अमरनाथ की यात्रा नहीं होगी। साल 2020 में भी कोरोना के कारण यात्रा नहीं हो पाई थी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा जो श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन भी हैं, ने बोर्ड के सदस्यों के साथ इस मुद्दे पर आज सोमवार को व्यापक विचार विमर्श किया और उसके बाद श्री अमरनाथ यात्रा को रद करने का फैसला किया।
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उपराज्यपाल ने बोर्ड के सदस्यों स्वामी अवधेशानंद जी, डीसी रैना, देवी प्रसाद शेट्टी, प्रो. अनीता बिलौरिया, सुदर्शन कुमार, प्रो. विश्वमूर्ति शास्त्री, पंडित भजन सोपोरी, डा. सीएम सेठ, त्रिपता धवन से विचार विमर्श किया गया। उपराज्यपाल ने मुख्य सचिव अरुण मेहता, पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह, गृह विभाग के प्रमुख सचिव शालीन काबरा, बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नीतिश्वर कुमार से चर्चा की। शिव भक्त आन लाइन तरीके से बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा से सुबह व शाम को आरती के दर्शन कर पाएंगे। पहले की तरह पवित्र गुफा में पारंपरिक धार्मिक पूजा अर्चना की जाएगी। यात्रा सिर्फ सांकेतिक ही होगी।
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बैठक में बताया गया कि श्राईन बोर्ड ने पवित्र गुफा से आरती के सीधे प्रसारण के प्रबंध किए हैं। उपराज्यपाल ने कहा कि लोगों की जिंदगी को बचाना जरूरी है। जनहित को देखते हुए यही सलाह है कि इस साल बाबा अमरनाथ की यात्रा नहीं की जाए। श्री अमरनाथ श्राईन बोर्ड लाखों शिव भक्तों की आस्था को समझता है और भावनाओं की कद्र करता है। इसलिए आरती के सीधे प्रसारण की व्यवस्था की गई है। उपराज्यपाल ने जोर देकर कहा कि प्रथम पूजा व संपन्न पूजा करते समय कोरोना की रोकथाम के लिए जारी दिशा निर्देशों का पालन होना चाहिए। शात्र के अनुसार श्री पवित्र गुफा पहुंचने वाले संतों को आरती करनी है और इसके लिए कोरोना की रोकथाम के लिए दिशा निर्देशों का पालन करना होगा।
बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नीतिश्वर कुमार ने बताया कि 22 अगस्त को रक्षाबंधन वाले दिन यात्रा के समापन पर छड़ी मुबारक के लिए प्रबंध किए जाएंगे। बोर्ड ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और देश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। हमारा ध्यान कोरोना पर अंकुश लगाना और स्वास्थ्य के ढांचे को मजबूत करना है। सुबह छह बजे से लेकर और शाम पांच बजे से लेकर आधे घंटे के लिए आरती का सीधा प्रसारण बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट पर होगा। श्राईन बोर्ड की मोबाइल आधारित ऐप पर भी आरती के दर्शन किए जा सकेंगे।
बताते चले कि श्री अमरनाथ यात्रा को 28 जून से शुरू करने का फैसला दिया गया था और यात्रा 56 दिन की थी जो रक्षा बंधन वाले दिन 22 अगस्त को संपन्न होनी थी। कोरोना से उपजे हालात के कारण श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने पहले ही एडवांस पंजीकरण को बीच में बंद कर दिया था हालांकि एडवांस पंजीकरण एक अप्रैल से शुरू हुआ था। यात्रा को लेकर पिछले काफी दिनों से असमंजस बना हुआ था उपराज्यपाल ने यात्रा के मुद्दे पर इससे पहले दिल्ली में अपनी दौरे के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय गृह सचिव से मुलाकात की थी। पिछले साल की तरह इस साल भी बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा से आरती का सीधा प्रसारण किया जाएगा।