अंबिकापुर। कोरोना के खिलाफ जंग में वैक्सीन ही सबसे बड़ा हथियार है। इसे ध्यान में रखकर केंद्र और राज्य सरकारें लगातार वैक्सीनेशन में तेजी लाने का प्रयास कर रही है। दूसरी ओर टीके को लेकर फैली अफवाह को दूर करने जन जागरूकता अभियान चला रही है।
इन प्रयासों के बाद भी ग्रामीण टीके लगाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में सामने आया है। जिले के लब्जी गांव में वैक्सीनेशन के लिए गई टीम के साथ ग्रामीणों ने मारपीट कर भगा दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत करवाया। वहीं मारपीट करने वाले 7 ग्रामीणों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, सोमवार को वैक्सीनेशन के महाअभियान के अतंर्गत टीम अंबिकापुर के लब्जी गांव पहुंची। इस दौरान ग्रामीणों ने टीका नहीं लगाने को लेकर अड़ गए। काफी विवाद के बाद ग्रामीणों ने वैक्सीनेशन टीम पर हमला कर दिया। मारपीट की सूचना मिलते ही मणिपुर पुलिस ने कार्रवाई की। मारपीट करने वाले 7 ग्रामीणों को गिरफ्तार कर लोगों को टीका लगाने की अपील की।
ऐसे में कैसे पूरा हो पाएगा लक्ष्य
कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए वैक्सीनेशन ही एकमात्र कारगर उपाय है। पर यदि प्रदेश के ग्रामीणों को यह बात नहीं समझाया जा सका, तो प्रदेश को कोरोना से मुक्त किए जाने का लक्ष्य पूरा नहीं हो सकता। ग्रामीणों की गिरफ्तारी इस समस्या का निदान नहीं है, जिसे शासन और प्रशासन को भी समझने की जरुरत है। बल्कि उन्हें उनके ही तरीकों से समझाया जा सकता है, जिसके लिए गांव के मुखिया, स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आगे आकर इस जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा। तब कहीं जाकर स्थिति को संभाला जा सकता है।