नई दिल्ली। देश में कोरोना की तीसरी लहर के शंकाओं के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज बताया कि डेल्टा वैरिएंट भारत समेत कितने देशों में पाया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि डेल्टा वैरिएंट भारत सहित 80 देशों में पाया गया है। इस वैरिएंट को वैश्विक स्तर पर ‘चिंता के रूप’ देखा जा रहा है। डेल्टा वैरिएंट पर कोरोना रोधी वैक्सीन कितनी कारगार है, इस सवाल पर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि मोटे तौर पर दोनों वैक्सीन जो हम कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम में उपयोग कर रहे हैं कोवीशील्ड (Covishield) और कोवैक्सीन (Covaxin) डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं। लेकिन वे किस हद तक और किस अनुपात में एंटीबॉडी का उत्पादन करती हैं, जिसे हम जल्द ही आपके साथ साझा करेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि डेल्टा प्लस वैरिएंट 9 देशों में पाया गया है। ये देश अमेरिका, ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्विटजरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन और रूस आदि देश हैं। भारत में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 22 मामले पाए गए हैं। इनमें 22 में से 16 मामले रत्नागिरी और जलगांव (महाराष्ट्र) में और कुछ मामले केरल और मध्य प्रदेश में पाए गए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (National Health Authority), केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और विदेश मंत्रालय मिलकर एक वैश्विक वेबिनार की योजना बना रहे हैं। इस वेबिनार में ऐसे संभावित इच्छुक देशों को आमंत्रित किया जाएगा और हम उनके साथ प्रौद्योगिकी और समाधान साझा करने के इच्छुक होंगे।
टीकाकरण रजिस्ट्रेशन में कुछ लोगों को हो रही दिक्कत पर राजेश भूषण ने कहा कि कई बार आलोचना के बावजूद CoWIN एप को ज्यादातर प्रशंसा मिली है। इसने खुद को एक बहुत ही मजबूत, सर्व-समावेशी, सरल आईटी-आधारित प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित किया है।