छत्तीसगढ़ के जशपुर में एक साल से लापता 4 साल की रुचिका का कंकाल मिलने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में मोहल्ले में ही रहने वाले अमित कुर्रे (22) को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि पुरानी रंजिश के चलते आरोपी ने पहले बच्ची को धक्का देकर बेहोश किया था। फिर मुंह को कपड़े से बांधकर एक झोले में भरकर तालाब में फेंक दिया। हत्या का पता तब चला, जब एक साल से लापता बच्ची का कंकाल गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर पतरापाली के तालाब में मिला। ये पूरा मामला पत्थलगांव थाना क्षेत्र का है।
पुलिस ने बताया कि 24 जून 2020 को महादेव टिकरा निवासी श्याम सुंदर भारद्वाज की 4 साल की बेटी रुचिका घर के बाहर खेल रही थी। थोड़ी देर बाद जब परिजनों ने देखा तो वह गायब थी। इस पर आसपास तलाश किया गया, लेकिन बच्ची का कुछ पता नहीं चला था। इसके बाद एक साल बाद 19 जून को पतरापाली गांव के तालाब में लोगों ने कंकाल देखा तो पुलिस को सूचना दी। इसके बाद कंकाल की पहचान हुई की गई थी यह रुचिका का निकला।
पूराने रंजिश का पता लगाने लगी पुलिस
कांकाल मिलने के बाद पुलिस ने फिर से जांच शुरू की और ये पता लगाना शुरू किया कि रुचिका के पिता का किससे पुराना विवाद है। इसी के चलते मोहल्ले में रहने वाले अमित कुर्रे को हिरासत में लिया गया और उससे पूछताछ शुरू की गई। पूछताछ में अमित ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और बताया कि रुचिका 24 जून 2020 को उसके दुकान चॉकलेट लेने आई थी। उसी दौरान पुरानी रंजिश के चलते उसने आरोपी ने रुचिका को धक्का दे दिया। इससे बच्ची के सिर में चोट लगने से वह बेहोश हो गई। इसके बाद अमित ने बच्ची के मुंह को कपड़े से बांधा और झोले में भरकर उसे तालाब में फेंक जिंदा ही फेंक दिया। पूरे मामला का खुलासा शनिवार को किया है। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर ही तालाब के आस-पास से रुचिका का पर्स और घड़ी भी बरामद की है।