कोरोना महामारी से उबरने का एकमात्र उपाय वैक्सीनेशन है, लेकिन छत्तीसगढ़ में वैक्सीन की अनुपलब्धता सबसे बड़ी संकट है। जिसकी वजह से पकड़ी रफ्तार एक बार फिर मंद पड़ने वाली है। छत्तीसगढ़ में जहां सवा करोड़ डोज की जरुरत है, तो केंद्र से आपूर्ति केवल 20 लाख ही हो पा रही है, ऐसे में ना चाहते हुए भी वैक्सीनेशन की रफ्तार को कम करना पड़ रहा है। हालांकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानंत्री मोदी को इससे अवगत कराते हुए ठोस निर्णय लिए जाने का आग्रह किया है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना टीकाकरण महाअभियान पर टीके की किल्लत का संकट खड़ा हो गया है। प्रदेश को इसी रफ्तार से टीकाकरण करते रहने के लिए जुलाई में सवा करोड़ डोज की जरूरत है। लेकिन केंद्र सरकार की ओर से अभी तक 20 लाख डोज मिल पाने की ही पुष्टि हो पाई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग कोरोना टीकाकरण को सप्ताह में केवल चार दिन ही संचालित करने की योजना बना रहा है।
तो अगले दिन अभियान ठप हो जाएगा
छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक छत्तीसगढ़ में 4 से 5 लाख टीके रोज लगाने की क्षमता है। अभी औसतन 2 लाख टीके प्रतिदिन लगाए जा रहे हैं। लेकिन इस तेजी के अनुपात में टीकों की उपलब्धता भी देखनी होगी। केवल रिकॉर्ड बनाने के लिए एक दिन अधिक टीके लगा दें तो अगले दिन अभियान ठप हो जाएगा। विभागीय गणना के मुताबिक जुलाई में सवा करोड़ डोज टीके की जरूरत होगी।
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इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने 20 लाख डोज के लिए ही कन्फर्मेशन दी है। अब दो लाख प्रतिदिन की दर से यह टीका 10 दिन में ही खत्म हो जाएगा। विभाग के मुताबिक 26 जून को रायगढ़ जिले में एक लाख 22 हजार से अधिक टीके लगा दिए। रिकॉर्ड बन गया लेकिन अब उनके पास टीकों की किल्लत हो गई है। अब वे बार-बार राज्य भंडार से टीकों की मांग कर रहे हैं।
सप्ताह में चार दिन ही कोरोना टीकाकरण
अब कोरोना टीकाकरण को सप्ताह में चार दिन ही करने का निर्णय लिया गया है। दो दिन शिशुओं-बच्चों और महिलाओं का सामान्य टीकाकरण होगा, जिसमें चेचक, खसरा आदि शामिल हैं। वहीं रविवार को टीकाकरण में लगे कर्मचारियों को अवकाश दिया जाएगा। अभी स्वास्थ्य विभाग ने इसका आदेश जारी नहीं किया है। टीकाकरण की शुरुआत में भी ऐसी ही व्यवस्था थी। टीकाकरण की रफ्तार बढ़ी तो सप्ताह में सातों दिन टीके लगने लगे थे।
सीएम ने पीएम को लिखा पत्र
इस बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी जुलाई में संभावित वैक्सीन की कमी को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। इसमें जुलाई महीने के लिए छत्तीसगढ़ को वैक्सीन की एक करोड़ डोज उपलब्ध कराने की मांग की गई है।