पिछले साल कोविड के दौरान सरकार ने आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना की शुरुआत की थी। जिसका मकसद रिकवरी के बाद फॉर्मल सेक्टर में रोजगार को बढ़ावा देना और नये जॉब क्रिएट करना था। इस योजना को आगे बढ़ाते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 28 जून को राहत पैकेज का ऐलान किया। Also read : Big News : घर बैठे हुई 12 वीं की परीक्षा, फिर भी 10 हजार परीक्षार्थी होंगे फेल, आखिर क्यों पढ़िए इसके तहत सरकार ने भारत आत्मनिर्भर रोजगार योजना के रजिस्ट्रेशन की तारीख को मार्च 2022 तक के लिए बढ़ा दिया है। ऐसी स्थिति में रजिस्ट्रेशन कराने की तारीख को 30 जून 2021 से बढ़ाकर 31 मार्च 2022 कर दिया गया है। इसमें 15,000 महीना से कम सैलरी पाने वालों को फायदा होगा।
इस स्कीम के तहत रजिस्ट्रेशन के लिए प्रस्तावित समय को बढ़ा दिया गया है। जिससे 71.8 लाख जॉब क्रिएट होंगे। इसके साथ ही इस स्कीम का खर्च बढ़कर 22098 करोड़ रुपये हो जाएगा। जो कंपनियां ईपीएफओ के साथ रजिस्टर्ड है, और जिनकी आय प्रति माह 15,000 रुपये से कम है, उन्हें इस स्कीम का लाभ मिलेगा। Also Read : 16 वें साल में ही आमिर खान की दूसरी शादी भी टूटी, पहली शादी भी चली थी 16 साल एबीआरवाई स्कीम के तहत केंद्र सरकार कर्मचारियों के कांट्रीव्यूशन की रकम को खुद जमा करेगी। यह लगातार दो साल तक किया जाएगा। इस स्कीम के तहत 18 जून 2021 तक कुल 21.42 लाख लोगों को इसका लाभ मिल चुका है। साथ ही 79,557 कंपनियों को भी लाभ पहुंचा है।
स्कीम का लक्ष्य लाभार्थियों का संख्या बढ़ाना
इस स्कीम के तहत अभी तक 902 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, जिससे 21.42 लाख लोगों को लाभ मिला है। सरकार का मकसद है कि इसका लाभ 50 लाख लोगों तक पहुंचे। इस स्कीम को शुरू करने का मकसद कोरोना हुई हानि से उबरना है। अभी तक 2 चरण के आत्मनिर्भर स्कीम की शुरुआत की जा चुकी है। सरकार ने अब इसके तीसरे चरण के लिए कैंपेन शुरू किया है।