छत्तीसगढ़ में भाजपा के हाथों से सत्ता जाने के बाद से जारी द्वंद और कलह थम नहीं पा रही है। संगठन में कोई किसी को रूच नहीं रहा, तो कोई पच नहीं रहा। आलम यह है कि किसी को पद मिलता है, तो दूसरा उसके विरोध में खड़ा हो जाता है। ताजा मामला पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के गृह जिले कवर्धा से सामने आया है, जहां पर जिला संगठन के 7 नेताओं ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
कवर्धा। प्रदेश में सरकार बदले ढ़ाई साल का समय पूरा हो चुका है। इस लंबे अंतराल के बावजूद भाजपा ना तो सरकार के खिलाफ मजबूत विपक्ष के तौर पर पैर जमा पाई है और ना ही संगठन की मजबूती के लिए कोई ठोस कदम उठा पाई है। जिलों में नई कार्यकारिणी को लेकर खींचतान का दौर जारी है। कुछ इसी तरह के हालात कवर्धा में भी है।
बमुश्किल जिला कार्यकारिणी का गठन हो पाया तो अब भाजयुमो कार्यकारणी ऐलान के बाद कवर्धा जिला भाजपा संगठन में अंतर्कलह मच गया है। कार्रकारिणी की घोषणा से नाराज जिला मंत्री और शहर मंत्री समेत 7 नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है।
इस्तीफा देने की वजह भेदभाव बताया है। बता दें कि हाल में ही में भाजयुमो कार्यकारणी ऐलान हुआ है। जिसे लेकर जिले के नेताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए अब इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वाले नेताओं ने योग्यता अनुसार संगठन में जगह नहीं मिलने का आरोप लगाया है।