रायपुर/भिलाई। सरकार के स्पष्ट आदेश के बाद भी भिलाई चरौदा स्थित निजी स्कूल किंग्स एंड क्वीन्स अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। स्कूल प्रबंधन हर दिन पालकों के मोबाइल पर तीन माह के फीस भुगतान के दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ ना हो, इसलिए पालकगण खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं, लेकिन पालकों का कहना है कि बीते तीन माह से उनके बच्चे स्कूल नहीं गए हैं, उसके बाद भी किस बात की फीस डिमांड की जा रही है, जबकि सरकार ने स्पष्ट मना कर दिया है।
कोरोना संक्रमण की वजह से देश के साथ प्रदेश की तमाम स्कूलों को आगामी आदेश तक बंद रखे जाने का आदेश केंद्र और राज्य सरकार ने दिया है। आलम यह है कि बच्चों को जनरल प्रमोशन दिए जाने का भी फरमान दिया गया है। इस आदेश में इस बात का स्पष्ट उल्लेख है कि संक्रमण काल के दौरान कोई भी स्कूल प्रबंधन फीस के लिए पालकों पर दबाव नहीं बनाएगा और पालकों को फीस भुगतान करने की आवश्यकता भी नहीं है।
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इस आदेश के परे भिलाई चरौदा स्थित निजी स्कूल किंग्स एंड क्वीन्स प्रबंधन पालकों के मोबाइल पर लगातार संदेश भेज रहा है कि सभी पालकों को मार्च, अप्रैल और जून का भुगतान करना अनिवार्य है। जबकि प्रदेश में 19 मार्च से लाॅक डाउन है, इसके बाद से बच्चों ने स्कूल का दर्शन तक नहीं किया है और ना ही आगामी आदेश तक स्कूल खोला जाना है।
ऐसे में यदि स्कूल प्रबंधन पालकों पर फीस के लिए दबाव बनाने की कोशिशें कर रहा है, तो उसकी मान्यता रद्द किए जाने के मामले में कार्रवाई स्वाभाविक है, जिसके लिए स्कूल प्रबंधन को तैयार रहना होगा।