प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पूर्वाेत्तर राज्यों में कोरोना के हालात पर चर्चा की। इसमें असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, मेघालय, सिक्किम, त्रिपुरा और नगालैंड के मुख्यमंत्री शामिल हुए। इस दौरान मोदी ने संभावित तीसरी लहर पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि हिल स्टेशन, मार्केट में बिना मास्क और प्रोटोकॉल को नजरअंदाज कर भारी भीड़ का उमड़ना ठीक नहीं है। यह हमारे लिए चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा, कुछ लोग सीना तानकर बोलते हैं कि तीसरी लहर आने से पहले एन्जॉय करना चाहते हैं। लोगों को समझना होगा कि तीसरी लहर अपने आप नहीं आएगी। सवाल होना चाहिए कि इसे कैसे रोकना है? प्रोटोकॉल का पालन कैसे करना है? कोरोना अपने आप नहीं आता, कोई जाकर ले आए, तो आता है। हम सावधानी बरतेंगे, तो ही इसे रोक पाएंगे।
Reviewing the COVID-19 situation in the Northeast with CMs. https://t.co/Li32QRUNih
— Narendra Modi (@narendramodi) July 13, 2021
प्रधानमंत्री ने कहा कि देशवासियों को एन्जॉय के साथ ही अपने अनुभवों को याद रखने की आवश्यकता है। पीएम मोदी ने एक बार फिर अपनी बात को दोहराते हुए कहा कि देश से कोरोना वायरस का खतरा पूरी तरह से नहीं टला है। इसकी तीसरी लहर की आशंकाओं को ध्यान में रखना होगा।
वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ानी होगी
एक्सपर्ट बार-बार चेतावनी दे रहे हैं कि असावधानी, लापरवाही और भीड़भाड़ से कोरोना संक्रमण में भारी उछाल आ सकता है। जरूरी है कि हर स्तर पर कदम गंभीरता से उठाए जाएं। अधिक भीड़ वाले जो कार्यक्रम रुक सकते हैं, उन्हें रोकना चाहिए। केंद्र सबको मुफ्त वैक्सीन मुहैया करा रहा है। तीसरी लहर के लिए वैक्सीनेशन को तेज करना होगा। सिलेब्रिटी, धर्म, शिक्षा और हर क्षेत्र से जुड़े लोग वैक्सीनेशन के लिए लोगों को जागरूक करें।
16 जुलाई को दक्षिणी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा
च्ड मोदी 16 जुलाई को दक्षिणी राज्यों में कोरोना के हालात की समीक्षा करेंगे। इस दौरान वे तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, महाराष्ट्र और केरल के मुख्यमंत्रियों से राज्यों का हाल जानेंगे।