रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश के क्वारेंटीन सेंटरों में रह रहे लोगों की व्यवस्थाओं की प्रतिदिन सतत् रूप से मानिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए क्वारेंटीन सेंटरों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में मुख्य सचिव आर.पी. मंडल ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को परिपत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। मुख्य सचिव ने कहा है कि कोरोना नियंत्रण के परिप्रेक्ष्य में राज्य एक संवेदनशाील स्थिति से गुजर रहा है। देश के विभिन्न राज्यों से छत्तीसगढ़ वापस आये श्रमिकों एवं अन्य व्यक्तियों को क्वारेंटीन शिविरों में रखा गया है, ताकि जनसमुदाय में कोरोना संक्रमण नहीं फैले। इसके लिए क्वारेंटीन सेंटरों में अत्यंत सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
कलेक्टरों से कहा गया है कि सामुदायिक संक्रमण को रोकने के लिए सभी जरूरी उपाय किए जाए। सभी क्वारेंटीन संेटरों पर आवश्यक सुविधाएं तत्काल उपलब्ध कराया जाए। क्वारंेटीन संेटरों में कोरोना टेस्ट के लिए सैम्पल निर्धारित प्रोटोकाॅल अनुसार तत्काल आगामी तीन दिवस में लेने की कार्रवाई की जाए। सभी जिलों में 10 जून तक कोविड अस्पताल पूर्ण कर लिए जाए। क्वारेंटीन संेटरों पर सुरक्षात्मक उपाए सुनिश्चित किए जाए, ताकि वहां पर किसी प्रकार की जनहानि न हो और लोगों में असुरक्षा की भावना निर्मित न हो। क्वरेंटीन सेंटरों में प्रभारी अधिकारी रोटेशन से बनाए जाए, ताकि केवल कुछ व्यक्तियों की ही ड्यूटी न लगी हो, जिला स्तर पर उपलब्ध राजपत्रित अधिकारियों में से प्रभारी अधिकारी की ड्यूटी लगाए। मुख्य सचिव ने कलेक्टरों से कहा है उनकी कार्यकुशलता का आंकलन कोरोना नियंत्रण में किए गए कार्यो से होगी। उन्होंने दिए गए निर्देशों का सर्वोच्च प्राथमिकता से पालन सुनिश्चित करने और की गई कार्रवाई से उन्हें व्यक्तिगत रूप से अवगत कराने को कहा है।