कोरोना संक्रमण काल की वजह से राज्य में वैसे ही आर्थिक मंदी का दौर है। स्वास्थ्य सुविधाओं पर बेलगाम राशि खर्च हो रही है, और स्थितियां कब तक सुधरेंगी, अर्थव्यवस्था कब सुधर पाएगी, फिलहाल इसका कोई जवाब किसी के पास नहीं है। इतने के बावजूद छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार, घोटाला और सरकारी राशि गबन करने के मामलों में किसी तरह की कमी नहीं है। ताजा मामला गौरेला-पेंड्रा-मारवाही जिला के मरवाही ब्लॉक से आया है, जिस पर संज्ञान लेते हुए जिला पंचायत CEO ने बड़ी कार्रवाई की है।
पेंड्रा। 14वें वित्त की राशि में अनियमितता के मामले में जिला पंचायत CEO ने 5 ग्राम पंचायतों के सचिवों को निलंबित कर कार्रवाई की है। वहीं डाटा एंट्री ऑपरेटर सहित 5 के खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार मरवाही जनपद के उसाढ़, बदरौडी, पौड़ी, दरमोहली और मालाडाण्ड के सचिव को निलंबित किया गया है। बताया जा रहा है कि लंबे समय से वित्त की राशि में गड़बड़ियां की जा रही थी। वहीं अब मामले का खुलासा होने के बाद जिला पंचायत सीईओ ने कार्रवाई की है।
कितने की गड़बड़ी, पता नहीं चला
आर्थिक अनियमितता के मामले में सीईओ जिला पंचायत ने तत्काल प्रभाव से ग्राम पंचायत सचिवों को निलंबित कर दिया है, वहीं डाटा एंट्री ऑपरेटरों के खिलाफ एआईआर के भी आदेश हो गए हैं। लेकिन इस पूरे मामले में इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि सरकारी खजाने मे सेंधमारी का खेल कब से जारी है और अब तक कितनी राशि का वारा-न्यारा हो चुका है। फिलहाल यह जांच का विषय है।