रायपुर। भूपेश सरकार के कद्दावर मंत्री T.S. सिंहदेव का अचानक सदन छोड़कर बाहर निकल जाना किन मायनों में सही है, यह एक बड़ा सवाल है। सीधे तौर पर कहा जाए तो सदन के भीतर यह सरकार पर अविश्वास जताना कहलाता है। और कोई मंत्री अपने ही सरकार पर यदि अविश्वास प्रकट कर रहा है तो सीधी बात यह है कि उसका अपने पार्टी के प्रति कोई जवाबदारी नहीं है। ऐसे में उस शख्स को वफादार कहना भी यथोचित नहीं होगा।
सदन के भीतर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात का उल्लेख किया था कि प्रदेश के सभी विधायकों की सुरक्षा का जिम्मा सरकार का है। साथ ही यह भी कहा कि जो भी घटनाक्रम हुआ है उसके बाद उपजी हुई परिस्थितियां गलतफहमी की वजह से है।
अपनी हरकतों से ट्रोल हो रहे
TS सिंहदेव ने सदन की मर्यादा को भंग की है। पहले तो बीच सदन से बाहर निकल गए। उस पर उन्होंने जो कुछ सदन के भीतर कहा, उसे सार्वजनिक करने का रास्ता भी दिखा दिया, जिसे लेकर आदेश रावल और IP पटेल ने ट्वीट किया है।
छत्तीसगढ़ के मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज विधानसभा से वॉक आउट करते हुआ कहा,
वह सरकार से सहमत नहीं हैं।
मंत्रिमंडल का सदस्य अपनी सरकार के निर्णयों के प्रति बाध्य होता है।
यह कैसे संकेत है बाबा !!
— Aadesh Rawal (@AadeshRawal) July 27, 2021
मंत्री पद की शपथ तोड़ी, परन्तु कुर्सी नहीं छोड़ी। विधानसभा के अंदर वीडियो रिकॉर्ड कर बाहर सार्वजनिक कर दिया! आप चरित्र की बात कर रहे थे,बाबा टीएस सिंह देव जी ये कैसा चरित्र है। सरकार से सार्वजनिक असहमति से पूर्व इस्तीफ़ा दिया जाना चाहिए, पर संवैधानिक मर्यादा तार की! @TS_SinghDeo
— Prashant Umrao (@ippatel) July 27, 2021
CM ने आखिर बुलाया तो
तमाम घटनाक्रम के बाद सदन की कार्यवाही जब स्थगित हो गई उसके तत्काल बाद ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वास्थ्य मंत्री TS सिंहदेव को चर्चा के लिए बुलाया और इस विवाद को यहीं समाप्त करने तक की भी बात कही लेकिन टी एस का रवैया नहीं बदलना उनके पार्टी के विरुद्ध जाने की ओर संकेत हैं।
जिद की चरम पर सिंहदेव
TS सिंहदेव राजघराने से ताल्लुक रखते हैं। उनके बारे में यह चर्चा भी है कि वह हमेशा से सामंतवादी विचारधारा के रहे हैं। पूरे सरगुजा में आज भी उनके परिवार के नाम की दहशत का साया देखा जा सकता है। वर्तमान परिस्थितियों में भी सिंहदेव जिस तरह की जिद पर अड़े हुए हैं यह उनकी आदत का एक हिस्सा है।