रायपुर। ग्रीनआर्मी ऑफ रायपुर द्वारा 3 दिवशीय प्रायोगिक कार्यशाला का आयोजन किया गया है संस्था के कोर कमिटी सदस्य शशिकान्त यदु ने बताया कि आज दूसरे दिन अग्रसेन महाविद्यालय पुरानी बस्ती के छात्र-छत्राओ ने ग्रीनआर्मी ऑफ रायपुर संस्था द्वारा प्रायोगिक प्रशिक्षण प्राप्त किया।
संस्था द्वारा किये गए कार्यो की जानकारी विद्यार्थियों को दी गई। जिसमे सर्वप्रथम रायपुर का सबसे बड़ा तालाब (230 एकड़ ) गजराज बांध का निरीक्षण मोटरसाइकल में घूमकर कराया गया। तालाब के किनारे एक स्थान पर एकत्रित होकर तालाब की विस्तृत जानकारी छात्रों को प्रदान किया गया, साथ ही ग्रीनआर्मी ऑफ रायपुर द्वारा लगाए गए 100 से अधिक पौधों की देखभाल, जलार्पण का कार्य किया गया, जिसके पश्चात छात्र छात्राओं को आनंद वाचनालय ब्राह्मण पारा में पहुंचकर अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा- यदि गजराज बांध का जीर्णोद्धार किया जाता है तो पूरे रायपुर वाशियों को कभी पानी की कमी नहीं होगी। शासन प्रशासन को तालाब की ओर ध्यान केन्द्रित कर इसे बचाने का प्रयाश करना चाहिए। ताकि कभी रायपुर में जलस्तर की कमी न हो एवँ शहर वाशियों को भविष्य में परेशानी का सामना न करना पड़े।
विद्यार्थतियो ने कहा ऐसे कार्यशाला का आयोजन निरतंर होते रहना चाहिये जिससे हमें नई नई जानकारी प्राप्त होती रहे, हमे ग्रीनआर्मी ऑफ रायपुर के इस कार्यशाला में बहुत अधिक ज्ञानवर्धक जानकारी प्राप्त हुआ है।
आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्था के संस्थापक अमिताभ दुबे, पी.के साहू, सुभाष साहू, शशिकान्त यदु, योगेश यदु, प्रकाश दीवान, डॉ अमर अग्रवाल एवँ अग्रसेन महाविद्यालय से प्रोफ़ेसर रुखमनी, प्रोफेसर रफीक एवँ अधिक संख्या में छात्र छात्रएं उपस्थित रहे।