दुर्ग में चोरों का आतंक, 200 मीटर के दायरे में तीन घरों पर बोला धावा
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कलेक्ट्रेट कालोनी को शहर का वीआइपी एरिया माना जाता है। इस क्षेत्र में कलेक्टर, एसपी समेत कई बड़े अफसरों का निवास है। इस क्षेत्र में चोरी की घटना ने पुलिस की रात्रि गश्त की पोल खोल दी है। बताया जा रहा है कि जिन घरों में चोरी हुई है वहां संबंधित घर मालिक कुछ काम से बाहर गए थे। इस कारण घर में कोई नहीं था।
पुलिस को इस मामले में एक गिरोह पर शक है। पुलिस को शक है कि चोरी से पहले रेकी की गई। मंगलवार को कोतवाली थाना में पूर्व में कई चोरी की मामले में शामिल आरोपितों से पूछताछ की गई। लेकिन कुछ भी सामने नहीं आया है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
शहर में पूरे दिन सभी प्रमुख चौक-चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती रहती है। रात में सभी चौक-चौराहे भगवान के भरोसे ही रहते हैं। यही कारण है कि कलेक्ट्रेट कालोनी में चोरी कर चोर आसानी से निकल गए। शहर ही नहीं, बल्कि जिले के कस्बाई और ग्रामीणों इलाकों में लगातार चोरियों का ग्राफ बढ़ रहा है। ऐसा कोई दिन नहीं होता कि कहीं न कही चोरी की घटना न हो।
चोरी की घटना होने के बाद आरोपित को पकड़ पाने में पुलिस अब तक नाकाम है। स्थिति तो ऐसी है कि कोतवाली थाने में केवल एफआइआर दर्ज करने का काम किया जा रहा है। कई मामलों में एफआइआर दर्ज कराने के लिए आमजन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। एसपी के पास आवेदन देने के बाद ही एफआइआर दर्ज की जाती है।