कोरोना महामारी ने जीने का सलीका ही बदल दिया है। पहली लहर फिर दूसरी लहर और तीसरी लहर का डर, यह कुछ ऐसा ही है, जैसे अब पहले जैसा जीवन मुश्किल ही मिल पाए। हालांकि, जिंदगी रफ्तार पकड़ रही है और पहले जैसी ही गतिविधियों को मंजूरी भी मिल रही है। अब तमिलनाडु सरकार ने सिनेमा हाल को 50 फीसद क्षमता पर संचालित करने की अनुमति दे दी है। इससे पहले भी कई राज्यों में सिनेमा हाल शुरू हो गए हैं और इस कारण भारतीय सिनेमा इंडस्ट्री भी चालू हो गई है।
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कोरोना महामारी ने जीने का सलीका ही बदल दिया है। पहली लहर फिर दूसरी लहर और तीसरी लहर का डर, यह कुछ ऐसा ही है, जैसे अब पहले जैसा जीवन मुश्किल ही मिल पाए। हालांकि, जिंदगी रफ्तार पकड़ रही है और पहले जैसी ही गतिविधियों को मंजूरी भी मिल रही है। अब तमिलनाडु सरकार ने सिनेमा हाल को 50 फीसद क्षमता पर संचालित करने की अनुमति दे दी है। इससे पहले भी कई राज्यों में सिनेमा हाल शुरू हो गए हैं और इस कारण भारतीय सिनेमा इंडस्ट्री भी चालू हो गई है।दिल्ली, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक कुछ ऐसे राज्य हैं जिन्होंने सिनेमाघरों को फिर से खोलने की अनुमति दी है। इनमें कुछ राज्यों में बैठने की क्षमता 50% तक की रखी गई है। सिनेमा मालिकों को उम्मीद है कि कई नई फिल्मों की उपलब्धता के बाद व्यापार में उछाल आएगा।चार महीने से ज्यादा के अंतराल के बाद नई फिल्मों के आने के बाद सिनेमाघरों में भारत की लगभग 4,000 या आधी परिचालन फिल्म स्क्रीन खुल सकी है। अप्रैल से भारत में सिनेमाघरों को बंद कर दिया गया है, जब देश में दूसरी कोविड लहर आई थी और धीरे-धीरे ही हाल ही में फिर से खोलने की अनुमति दी गई थी।महाराष्ट्र में पूरी तरह से सिनेमाघर खुल गए हैं, ऐसा कहना मुश्किल हैं। पिछले महीने के अंत में महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा था कि जिन जिलों में कोविड -19 सकारात्मकता दर कम है, वहां दुकानों, थिएटरों, सिनेमा हॉल और जिम के कामकाज में छूट दी जाएगी।तेलंगाना ऐसा राज्य है जिसने सिनेमाघरों में 100% बैठने की क्षमता की अनुमति दी है। वहीं, दिल्ली में भी काफी पहले ही सिनेमा हाल खोलने की अनुमति दे गई थी। दिल्ली सरकार ने लाकडाउन में छूट देने के क्रम में सिनेमा हाल को छूट की श्रेणियों में लंबे समय के बाद डाला। मार्च 2020 से बंद सिनेमा हाल अब खोले जा चुके हैं।