छत्तीसगढ़ के जांजगीर में दो बहनों की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने 24 घंटे में सुलझा लिया है। दोनों बहनों की हत्या जमीन के बंटवारे के विवाद में की गई। महिला के ही सगे भाई ने पत्नी और बेटे के साथ मिलकर उन्हें मार डाला। इसके लिए तीनों खेत में ही बैठकर इंतजार करते रहे। दोनों बहनों को अकेला देख भाई और भाभी ने छोटी बहन का मुंह कीचड़ में दबा दिया। उसी तरह उनके बेटे ने भी अपनी बड़ी बुआ को मार डाला।
नवागढ़ के तेंदुआ गांव निवासी संतोषी बाई कश्यप (45) और आपी बाई (40) सगी बहने थीं। दोनों के शव शुक्रवार को सेमरा गांव के दादर स्थित खेत में मिले थे। आशंका थी कि दोनों का मुंह खेत में भरे कीचड़ में दबाकर मारा गया है। संपत्ति विवाद में महिलाओं के भाई का नाम संदेही के तौर पर सामने आया। आपी बाई के बेटे सनंदन कश्यप ने पुलिस को बताया था कि वह गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे खेत में गया तो मां और बड़ी मां काम कर रहे थे।
यह बात भी सामने आई कि वहीं पास के खेत में सनंदन के मामा सेमरा निवासी विनोद कश्यप, उसकी पत्नी फगनीबाई और ममेरा भाई हेमंत भी काम कर रहे थे। इस पर पुलिस ने संदेह के आधार पर तीनों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दोनों बहन करीब 15 साल बाद पैतृक 2 एकड़ जमीन में हिस्सा मांग रही थीं। इसी के चलते विवाद था। बहनों को रास्ते से हटाने के लिए साजिश की और भांजे के जाने के बाद दोनों को मार दिया।
दोनों बहनों को एक साथ मारा
SDOP दिनेश्वरी नंद ने बताया कि दोपहर 12 बजे से 1 बजे के बीच ही दोनों बहनों की हत्या कर दी गई थी। विनोद और उसकी पत्नी फगनी बाई ने छोटी बहन आपी बाई को पीछे से पकड़ कर खेत में गिरा दिया। वह थोड़ी मजबूत थी इसलिए उसने अपने बचाव की कोशिश भी की। इस दौरान उसके कान की बाली टूट गई, लेकिन दोनों ने उसे खेत के कीचड़ व पानी में दबा दिया। वहीं उसी समय हेमंत ने अपनी बड़ी बुआ संतोषी बाई की उसी तरीके से हत्या की।