रायपुर। मेजर जनरल संजय शर्मा 36 सालों के लंबे कार्यकाल के बाद मंगलवार को सेना से सेवानिवृत्त हो गए हैं। मेजर जनरल संजय शर्मा छत्तीसगढ़ के पहले और एकमात्र सैन्य अफसर हैं, जिन्होंने जनरल रैंक को प्राप्त किया है। बतौर एडीजी एनसीसी (छग और मप्र) निदेशालय से मंगलवार को उन्हें सेवानिवृत्त किया गया।
मूलरूप से इंजीनियर मेजर जनरल संजय शर्मा ने मेकेनिकल में बीटेक बिलासपुर के जीईसी कॉलेज से किया, जिसके बाद उन्हें बतौर इंजीनियर ही भारतीय सेना के लिए अप्लाई किया और साल 1985 में उन्हें कमीशन्ड अफसर के तौर पर देहरादून स्थित सैन्य अकादमी में प्रवेश मिल गया।
पढ़ाई—लिखाई में हमेशा से होनहार रहे रिटायर्ड मेजर जनरल संजय शर्मा यहीं नहीं रूके, बल्कि उन्होंने मैनेजमेंट का कोर्स भी पूरा किया और फिर पंजाब यूनिवर्सिटी से उन्होंने एम.फिल की डिग्री भी हासिल की ।
अपने 36 सालों की सेवावधि में रिटायर्ड मेजर जनरल संजय शर्मा ने उन आयामों को प्राप्त किया है, जिसे आमतौर पर असंभव माना जाता है, लेकिन कहा जाता है कि जिनके पास ‘हौसला और हुनर होता है, उनके सपनों की उड़ान को पंख भी लग जाता है।’
मेजर जनरल संजय शर्मा के साथ भी ऐसा ही कुछ था। अपने सेवाकाल में उन्होंने जहां प्रमुख आयुधों की भी जिम्मेदारी का भी निर्वहन किया, जिसकी वजह से उनपर भरोसा भी जताया गया और वे अपने तमाम जिम्मेदारियों और प्राप्त अधिकारों का पूरी ईमानदारी से निर्वहन करते रहे।