रायपुर । दोपहर 12 बजे अजीत जोगी के विधायक प्रतिनिधि ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय राजीव भवन रायपुर में प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के अनुमति से उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन के समक्ष जनता कांग्रेस को छोड़ कांग्रेस में वापसी की। ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने मुख्यमंत्री निवास पहुँच कर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी का आशीर्वाद प्राप्त किया।
ज्ञानेंद्र उपाध्याय अजीत जोगी के बहुत ही करीबी माने व जाने जाते है । अजीत जोगी के चुनाव की कमान ज्ञानेंद्र उपाध्याय के हाँथो में ही रहती थी उनका कांग्रेस में वापस जाना जनता कांग्रेस एवं अमित जोगी के लिये बहुत बड़ा झटका है। अब मरवाही में अमित जोगी की राह आसान नहीं है क्यूँकि अजीत जोगी हो या अमित जोगी मरवाही सिर्फ़ चुनाव लड़ने जाते थे बाक़ी मरवाही विधानसभा का पूरा कार्यभार ज्ञानेंद्र उपाध्याय के द्वारा ही उनकी ओर से सम्भाला जाता रहा है।
ज्ञानेंद्र उपाध्याय 1980 से सक्रिय राजनीति में है, ये इस क्षेत्र से जनपद अध्यक्ष एवं मंडी अध्यक्ष भी रह चुके है ये कांग्रेस के विभिन्न पदो में कार्य कर चुके है इनके द्वारा अब तक मरवाही में 7 विधानसभा और लोकसभा चुनाव का सफल संचालन किया जा चुका है । ये भँवर सिंह पोर्ते के वक़्त से चुनाव का काम करते आ रहे है । इनकी पैठ मरवाही विधानसभा के हर बूथ एवं हर घर तक है ।
अब ऐसे वक्त में जब अमित जोगी मरवाही से चुनाव लड़ने की तैयारी में है अजीत जोगी के बहुत ही करीबी उनका दाहिना हाँथ विधायक प्रतिनिधि का कांग्रेस में शामिल होना मतलब अमित जोगी के लिये ख़तरे की घंटी माना जा रहा है अब अमित की राह आसान नही है ज्ञानेंद्र उपाध्याय के साथ छोड़ने से अमित जोगी का पूरा समीकरण गड़बडा जायेगा।