गरियाबंद । एक ही गांव के 200 से अधिक कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दे दिया है। जिसमें 4 जिला कांग्रेस कमेटी महामंत्री और 2 ब्लॉक महामंत्री भी शामिल है। कांग्रेसियों ने कांग्रेस विधायक अमितेष शुक्ल पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है। भ्रष्टाचार मामले में घिरी गांव की महिला सरपंच का साथ देने का आरोप लगा है।
दर्जनों पदाधिकारियों सहित गांव के अधिकतर कांग्रेसियों ने पार्टी छोड़ने का मन बनाया है। नाराज पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओ ने अपना इस्तीफा पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, जिला प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत, विधायक अमितेष शुक्ल, जिलाध्यक्ष भावसिंह साहू और ब्लॉक अध्यक्ष रूपेश साहू को भेज दिया। हालांकि अभी किसी का इस्तीफा मंजूर नही हुआ है।
मामला कोपरा पंचायत है। इस्तीफे के पीछे गांव की सरपंच पर कार्यवाही में विधायक द्वारा ग्रामीणों का साथ नही देने बताया जा रहा है। गांव के ज्यादातर कांग्रेसी विधायक के रवैये से खुश नही है इसलिए 4 जिला महामंत्री, दो ब्लॉक महामंत्री सहित गांव के 200 से अधिक कार्यकर्ताओ ने सामूहिक इस्तीफे का फैसला लिया है। गांव की महिला सरपंच डॉ डाली साहू पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप है। ग्रामीण सरपंच पर कार्रवाई चाहते है। मगर ग्रामीणों का आरोप है कि विधायक अमितेष इस मामले में उनका साथ नही दे रहे है। बल्कि ग्रामीणों ने विधायक पर सरपंच को साथ देने का आरोप लगाया है। ग्रामीण विधायक के इस रवैये से नाराज है और गांव के सभी नाराज कांग्रेस पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओ ने सामूहिक इस्तीफा देने का फैसला लिया है।
इस्तीफा देने वाले पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओ ने उच्च पदाधिकारियों को भेजे पत्र में भी इस बात का जिक्र किया है। इस्तीफा देने वालो में स्वयं जिला महामंत्री राजेश यादव, ओंकार सिंह ठाकुर, ठाकुर राम साहू और मोतीलाल साहू शामिल है इसके अलावा दो ब्लॉक महामंत्री रिकेश साहू ओर नंदकुमार साहू सहित 200 से अधिक गांव के कार्यकर्ता शामिल है। इस्तीफा पत्र में कहा गया है कि ग्राम पंचायत कोपरा में व्याप्त भष्टाचार के विरोध में लड़ रहे हम कॉंग्रेस कार्यकर्ताओ एवं सदस्यों को पार्टी पदाधिकारियों एवं माननीय विधायक अमितेष शुक्ल द्वारा सहयोग नहीं किये जाने के कारण हम कॉग्रेस जन हताश होकर पार्टी के पद एवं कॉग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे रहे है।