सरकार ने General Provident Fund (GPF) के बाद गैर सरकारी Provident की नई ब्याज दर जारी कर दी है। इसके तहत 1 अक्टूबर 2021 से 31 दिसंबर 2021 के बीच Non-Government Provident, Superannuation and Gratuity Funds पर 7.1 फीसद ब्याज मिलेगा। यह दरें 1 अक्टूबर से प्रभावी हो गई हैं।
सरकार में ज्वाइंट सेक्रेटरी आशीष वचानी के मुताबिक यह फैसला फाइनेंस मिनिस्ट्री ने लिया है। बता दें कि इस महीने की शुरुआत में सरकार ने General Provident Fund, Contributory Provident Fund, All India Services Provident Fund, State Railway Provident Fund, General Provident Fund Defence, Indian Ordnance Department Provident Fund, Indian Ordnance Factories Workmens Provident Fund, Indian Naval Dockyard Workmens Provident Fund, Defence Services Officers Provident Fund और Armed Forces Personnel Provident Fund की नई ब्याज दर जारी की थी।
क्या हुआ बदलाव
बता दें कि जैसे PF खातों पर ब्याज को नहीं छेड़ा गया है। वैसे ही राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) जैसी लघु बचत योजनाओं पर 2021-22 की तीसरी तिमाही के लिये ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है। एनएससी पर सालाना ब्याज दर भी 6.8 फीसद बनी रहेगी।
Small Saving Schemes पर ब्याज दरें
फाइनेंस मिनिस्ट्री ने नोटिफिकेशन में बताया था कि Small Saving Schemes पर ब्याज दरें 2021-22 की तीसरी तिमाही के लिये वहीं रहेंगी। इसी तरह 5 साल की Senior Citizen Saving Scheme पर ब्याज दर 7.4 प्रतिशत पर बरकरार है। वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के तहत ब्याज तिमाही आधार पर मिलता है। बचत जमा पर ब्याज 4 प्रतिशत मिलेगा। 1 साल से 5 साल के लिए मियादी जमाओं पर ब्याज दरें 5.5 से 6.7 प्रतिशत होंगी। जबकि 5 साल की आवर्ती जमा पर ब्याज 5.8 प्रतिशत होगा।