छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में आज से तीन दिनों तक चलने वाले राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आगाज हो चुका है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज दीप प्रज्जवलित कर इस भव्य आयोजन का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शासन में यह दूसरी बार है, जब प्रदेश में बड़े स्तर पर राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव का आयोजन हो रहा है।
कोरोना काल की वजह से बीते साल आदिवासी महोत्सव का आयोजन नहीं हो पाया था, लेकिन हालात सामान्य होते ही इस साल भी इस वृहद आयोजन को संपन्न कराए जाने का साहस भूपेश बघेल सरकार ने दिखाया है।
इस बड़े स्तर के महोत्सव में विश्व के 7 ऐसे देश, जहां आदिवासी संस्कृति और सभ्यता को विशिष्ट माना जाता है के नर्तकों की टीमें रायपुर पहुंच चुकी हैं। इसके अलावा देश के 27 राज्यों और 6 केंद्र शासित प्रदेशों से भी आदिवासी समुदाय के नर्तकों का दल इस आयोजन का हिस्सा बनने के लिए पहुंच गए हैं।
पूर्व में भी एक बार आयोजन हो चुका है, जिसमें देश और विदेश के कलाकारों ने अपने अद्भूत नृत्य से छत्तीसगढ़ के लोगों का दिल जीत लिया था। आयोजन की सफलता के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात की घोषणा की थी कि अब से हर साल आदिवासी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। जिसका शुभारंभ हो चुका है।