रायपुर। देश में दिवाली आज धनतेरस के साथ शुरु हुई है, लेकिन छत्तीसगढ़ में इसकी शुरुआत 28 अक्टूबर से हो गई थी। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 28 से 30 अक्टूबर तक ‘राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव’ का आयोजन किया गया। ग्रैंड न्यूज ने इसका सीधा प्रसारण अपने दर्शकों और पाठकों तक पहुंचा। देश और दुनिया से सैकड़ों आदिवासी कलाकारों ने अपनी खास प्रस्तुतियों से छत्तीसगढ़ के लोगों का दिल जीत लिया।
इसके बाद तारीख 1 नवंबर, जिस दिन छत्तीसगढ़ भारत के नक्शे में एक नए राज्य के रूप में अस्तित्व में आया और देखते ही देखते 21 साल का बांका जवान हो चुका है। ‘धान का कटोरा’ के नाम से देश और दुनिया में विख्यात छत्तीसगढ़ को एक नक्सलगढ़ और पिछड़ा राज्य के तौर पर जाना जाता था, आज वही छत्तीसगढ़ पूरी दुनिया में कोयला, लौह—अयस्क, हीरा के साथ ही संपन्न राज्यों की श्रेणी में कीर्तिमान स्थापित कर चुका है।
प्रदेश ने इन 21 सालों में खुद को जो स्थापित किया, उसका प्रतिबिंब हर साल आयोजित होने वाले राज्योत्सव में नजर आता है। अब इस छोटे से राज्य में केवल राज्योत्सव नहीं मनाया जाता, बल्कि राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव भी मनाने की परंपरा शुरु हो चुकी है। अब हर साल युवा महोत्सव मनाए जाने की भी घोषणा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कर दी है।