ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। मणिपुर के सिंगनगाट इलाके से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहाँ शनिवार को आतंकियों ने सेना के काफिले पर घात लगाकर हमलाकर दिया है। हमले में भारतीय सेना के 46 असम राइफल्स के कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बेटे तथा कम से कम तीन से चार अन्य जवान मारे गए हैं। यह इस क्षेत्र में वर्षों में हुए सबसे घातक हमले में से एक है।
सेना ने शुरू की कार्रवाई
रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना शनिवार सुबह करीब 10:30 बजे मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में म्यांमार सीमा के पास हुई। सूत्रों ने कहा कि असम राइफल्स के एक काफिले पर चरमपंथी संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) का हाथ हो सकता है। सेहकेन जिला मुख्यालय चुराचंदपुर से लगभग 65 किलोमीटर दूर बेहियांग क्षेत्र में एक सीमावर्ती गांव है। सेना ने आतंकियों पर कार्रवाई के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
परिवार वाले भी थे शामिल
घटना में 46 असम राइफल्स के शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी रायगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार सुभाष के बड़े बेटे थे। उनके साथ बहू अनुजा 38 वर्ष, पोता अबीर 5 वर्ष भी शहीद हो गए है। बताया जा रहा है जिस समय असम राइफल्स यूनिट के कमांडिंग अफसर के काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया, तब काफिले में त्वरित प्रतिक्रिया टीम के सदस्य और अफसर के परिवार वाले शामिल थे। सूत्रों का कहना है कि घटना में कई लोगों की मौत होने की आशंका है।
मुख्यमंत्री ने घटना की निंदा की
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (N. Biren Singh) ने ट्वीट करते हुए घटना की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है, ’46 असम राइफल्स के काफिले पर हुए कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें आज सीसीपुर में सीओ और उनके परिवार सहित कुछ कर्मियों की मौत हो गई है। राज्य बल और अर्धसैनिक बल पहले से ही उग्रवादियों को पकड़ने का काम कर रहे हैं। दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।’
Strongly condemn the cowardly attack on a convoy of 46 AR which has reportedly killed few personnel including the CO & his family at CCpur today. The State forces & Para military are already on their job to track down the militants. The perpetrators will be brought to justice.
— N.Biren Singh (Modi Ka Parivar) (@NBirenSingh) November 13, 2021