रायपुर। उग्रवादी हमले का शिकार हुए कर्नल विप्लव त्रिपाठी सहित उनकी पत्नी और मासूम अबीर त्रिपाठी का पार्थिव देह आज रायगढ़ पहुंच जाएगा, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। वरिष्ठ पत्रकार सुभाष त्रिपाठी इस असहनीय दर्द से गुजर रहे हैं, जब उनके जवान बेटे के साथ उनके पोते और बहू की मृत काया भी उन्हें देखनी पड़ेगी।
असम राइफल्स के सीईओ रहे कर्नल विप्लव त्रिपाठी के काफिले पर उग्रवादियों ने उस वक्त हमला किया, जब वे अपनी पत्नी और बच्चे अबीर के साथ पोस्ट कैंप से लौट रहे थे। एंबुश लगाए बैठे उग्रवादियों ने ऐसा धमाका किया कि कर्नल विप्लव के साथ 5 जवान शहीद हो गए, तो इस हमले में शहीद कर्नल विप्लव का परिवार ही मौत की नींद सो गया।
आज शहीद कर्नल विप्लव के साथ उनकी पत्नी और मासूम बेटे अबीर की पार्थिव काया रायगढ़ के जिंदल एयरपोर्ट पर लाई जाएगी, जहां से ससम्मान उनके निवास पर ले जाया जाएगा, इसके बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी होगी।
ग्रैंड न्यूज को शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी के मासूम बेटे अबीर त्रिपाठी का एक वीडियो प्राप्त हुआ है, जिसमें उसने अपने स्कूल में ‘शहीद भगत सिंह’ को जीवंत करते हुए लाइन कही थी कि ‘जिंदगी तो अपने दम पर जी जाती है, दूसरों के दम पर तो सिर्फ जनाते उठते हैं।’ तब शायद उसे यह नहीं पता था कि वह इतनी छोटी सी उम्र में शहीद हो जाएगा।
आज पूरे परिवार की शहादती सम्मान में समूचा रायगढ़ शोकमग्न है। एक साथ परिवार के तीन सदस्यों का इस तरह से चला जाना, वास्तव में कितना दुखदायी होता है, शब्दों से बयान नहीं किया जा सकता।