गरियाबंद। सिटी कोतवाली पुलिस ने फरार निगरानीशुदा गुंडा बदमाश को पकड़ने में बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी तिलेश्वर उर्फ तिल्लु पर गांव के ही मृतक के नाम पर राशि आहरण करने का आरोप है। पुलिस मामले में एक आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। वही मामले का मुख्य आरोपी तिलेश्वर घटना के बाद से फरार चल रहा था। जिसे सिटी कोतवाली पुलिस ने आज रायपुर से गिरफ्तार कर लिया है।
सिटी कोतवाली पुलिस से मिली अधिक जानकारी के मुताबिक हरदी निवासी तिलेश्वर पर अपने पड़ोसी दोस्त टीकम के साथ मिलकर गांव के ही मृत देवीसिंह के खाते से 75 हजार रुपये की राशि के आहरण का आरोप है। पुलिस मामले में टीकम को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जबकि तिलेश्वर को आज मुखबिर की सूचना पर रायपुर से गिरफ्तार किया गया है।
दरअसल मृतक देवी सिंह के नाम पर जिला ग्रामीण सहकारी बैंक गरियाबंद में पीएम आवास के लिए स्वीकृत 75 हजार रुपये जमा था। देवीसिंह की मौत के बाद जब उसका बेटा रोहित ध्रुव 22 जनवरी 2021 गरियाबंद ग्रामीण बैंक में पिता के खाते में जमा 75 हजार की रकम निकलवाने पहुंचा तो बैंक कर्मचारियों ने खाते में कोई रकम नही होने की जानकारी दी। जबकि रोहित को पिता के खाते में 75 हजार जमा होने की जानकारी थी।
परेशान रोहित ने अगले दिन 23 जनवरी को सिटी कोतवाली पहुंचकर मामले की शिकायत दर्ज कराते हुए जांच की मांग की। पुलिस ने जांच शुरू की और जब एक-एक कड़ी को जोड़ा तो पहला नाम गांव के ही युवक टीकम का सामने आया। पुलिस की पूछताछ में टीकम ने बताया कि तिलेश्वर उर्फ तिल्लु मामले का असली मास्टर माइंड है। उसी ने मृतक के खाते से राशि ऑनलाइन तरीके से उसके खाते में ट्रांसफर की थी और फिर बाद में तिलेश्वर ने ही उसके खाते से राशि का आहरण कर खर्च कर दी।
टीकम ने बताया कि इस पूरे मामले के मास्टरमाइंड तिलेश्वर उर्फ तिल्लू ने एक व्यूह रचना रची। शातिर तिल्लू रोहित का पड़ोसी है और उसका रोहित के घर अक्सर आना जाना होता था। उसे यह भी मालूम था कि रोहित के पिता देवीसिंह के गरियाबंद ग्रामीण बैंक खाते में 75 हजार रुपये जमा है। जो पीएम आवास योजना के तहत उसके खाते में जमा हुए थे। तिल्लू ने इसे हजम करने के लिए प्लान बनाया।
सबसे पहले वह बहला- फुसलाकर रोहित के बुजुर्ग पिता देवीसिंह को ग्रामीण बैंक ले गया और फिर उसके बैंक खाते से ओडिसा की किसी महिला के नाम पर रजिस्टर्ड मोबाइल सिम को लिंक करवा दिया, जिसे वह खुद ही ऑपरेट करता था। इसके बाद उसने टीकम को फंसाया। फिर तिल्लू ने यूपीआई के जरिये देवीसिंह के खाते में जमा सारी रकम को टीकम के बैंक एकाउंट सहित कुछ और खातों में ट्रांसफर कर दिया। तिल्लु ने टीकम सहित जिन खातों में रकम ट्रांसफर की उनको कुछ कमीशन देकर बाकी रकम उनसे नगद ले ली।
सिटी कोतवाली प्रभारी सत्येन्द्र श्याम ने आरोपी तिलेश्वर उर्फ तिल्लू के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि वह आदतन अपराधी है और सिटी कोतवाली में उसका नाम निगरानीशुदा गुंडा बदमाश के तौर पर दर्ज है। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ सिटी कोतवाली सहित ओडिसा में भी अपराध दर्ज है। एक मामले में वह ओडिसा जेल से छूटकर आया था और उसके कुछ दिन बाद ही उसने इस घटना को अंजाम दिया था। तब से वह फरार चल रहा था जिसे पकड़ने के लिए पुलिस ने अपना जाल बिछा रखा था।