रायपुर। प्रदेश के दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बाद उनके द्वारा खड़ी की गई पार्टी में बिखराव के साथ बवाल शुरू हो चुका है। बदले सियासी हवा के चलते जोगी जनता कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता अब कांग्रेस और भाजपा की तरफ अपना भविष्य तलाशने लगे हैं। तो दूसरी तरफ जोगी जनता कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को कांग्रेस में शामिल किए जाने की वजह से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी दिख रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद अब उनकी पार्टी के सामने बिखराव का संकट है और मरवाही में उपचुनाव के पहले सियासी समीकरण बदलने लगे हैं। जोगी के भरोसेमंद और करीबी लोग ही पार्टी से पल्ला झाड़कर कांग्रेस और बीजेपी का रुख कर रहे हैं। इससे नाराज स्थानीय कांग्रेस नेता आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पार्टी अध्यक्ष मोहन मरकाम से मुलाकात करने वाले हैं। लगभग 70 कार्यकर्ता रायपुर रवाना हो गए हैं। दोपहर में सीएम और पीसीसी चीफ से मुलाकात करेंगे। जेसीसीजे नेता ज्ञानेंद्र उपाध्याय के कांग्रेस प्रवेश से हैं नाराज।
अजीत जोगी के कब्र की मिट्टी अभी सूखी भी नहीं.. और उनके निधन के बाद खाली हुई मरवाही विधानसभा सीट के लिए सियासी उठापटक शुरू हो गई है। हमेशा से अजीत जोगी के वफादार रहे ज्ञानेंद्र उपाध्याय जोगी की पार्टी का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम चुके हैं। ज्ञानेंद्र समेत जोगी के करीबियों के वापस पार्टी में लौटने के साथ ही मरवाही इलाके में घमासान मच गया है। मरवाही इलाके के सौ से ज्यादा कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे की पेशकश कर दी है। नाराज नेताओं की शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पार्टी अध्यक्ष मोहन मरकाम से मुलाकात भी होगी।