कांकेर। जिले में स्कूली छात्राओं ने स्कूल की एक टीचर का वीडियो बना कर इंस्टाग्राम में पोस्ट कर दिया। जिसकी जानकारी मिलते ही 2 महिला टीचर ने 4 बच्चियों की बेदम पिटाई कर दी है। इधर, छात्राओं ने पिटाई की जानकारी अपने परिजनों को दी, जिसके बाद बवाल शुरू हो गया है। परिजनों ने स्कूल पहुंचकर जमकर हंगामा कर दिया। हालांकि स्कूल प्रबंधन मामले की जांच कर रहा है। मामला कांकेर के शहीद राजकुमार यादव शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है।
कक्षा 12वीं की छात्राओं ने बताया कि, उनकी एक सहपाठी सोमवार को स्कूल में किसी काम से मोबाइल लेकर आई हुई थी। क्लास में ज्योति मैडम पेपर की जांच कर रही थीं। तो एक छात्रा ने केवल मजाक मस्ती में फोन से चंद सेकेंड का वीडियो बना लिया। जिसे इंस्टाग्राम में केवल मजाकिया तौर पर पोस्ट कर दिया था कुछ समय बाद उस वीडियो को डिलीट भी कर दिया गया। वहीं सोमवार को जब स्कूल पहुंचे तो क्लास रूम में ही स्कूल की 2 शिक्षिकाओं ने बाल खींच-खींच कर बेदम पिटाई कर दी। इसके कारण गले समेत शरीर के विभिन्न अंगों में चोट के निशान हैं। बच्चियों ने बताया कि, बीच बचाव के लिए स्कूल की प्रिंसिपल भी पहुंची थी।
कमरे में बंद कर पीटा
छात्राओं के परिजनों ने कहा कि, सोमवार रात करीब 10 बजे स्कूल की ज्योति मैडम का फोन आया था। उन्होंने कहा कि बच्चों ने मेरी वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट की है। आप लोग कल स्कूल आइए। हम स्कूल पहुंचे तो उस दौरान स्कूल की एक अन्य दीपिका मैडम ने रूम के बाहर बिठा दिया और कहा कि हमें बच्चों से कुछ बातें करनी है। परिजनों का आरोप है कि मंगलवार को भी रूम में बच्चियों की पिटाई की गई। परिजनों ने कहा कि, बच्चों से जबरदस्ती माफी नामा लिखवाया गया है, उसे वापस किया जाए। हम जानते हैं कि बच्चियों ने गलती की है, इसके लिए माफी भी मांगे हैं।
प्रिंसिपल ने इस बात से किया इंकार
स्कूल की प्रिंसिपल मधुर मेश्राम ने कहा कि बच्चे गलती किए हैं। स्कूल में मोबाइल लाना मना था। परीक्षा के दौरान बच्चे मोबाइल का उपयोग कर रहे थे। प्रिंसिपल ने पिटाई किए जाने वाले सवाल पर जवाब देते कहा कि मामले की जांच कर रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि बच्चियां कह रही है कि जब उनकी पिटाई हो रही थी तो उस दौरान बीच-बचाव करने के लिए आप पहुंची थी, तो प्रिंसिपल ने इसे सिरे से नकार दिया।