आयुर्वेद में मुलेठी का इस्तेमाल जड़ी-बूटी के रूप में किया जाता है, जो कई तरह की बीमारियों को ठीक करने में कारगर है। इसमें कैल्शियम, एंटी ऑक्सिडेंट, एंटीबायोटिक और प्रोटीन के तत्व पाए जाते हैं। डायबिटीज के मरीज शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। एंटी-इंफ्लेमेट्री और एंटी-डायबिटिक गुणों से भरपूर होने के कारण ये ब्लड में शुगर लेवल को मेंटेन रखने में मदद कर सकती है।
Contents
आयुर्वेद में मुलेठी का इस्तेमाल जड़ी-बूटी के रूप में किया जाता है, जो कई तरह की बीमारियों को ठीक करने में कारगर है। इसमें कैल्शियम, एंटी ऑक्सिडेंट, एंटीबायोटिक और प्रोटीन के तत्व पाए जाते हैं। डायबिटीज के मरीज शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। एंटी-इंफ्लेमेट्री और एंटी-डायबिटिक गुणों से भरपूर होने के कारण ये ब्लड में शुगर लेवल को मेंटेन रखने में मदद कर सकती है।शुगर के मरीज इस तरह से इस्तेमाल करें मुलेठीमुलेठी के अन्य फायदे
शुगर के मरीज इस तरह से इस्तेमाल करें मुलेठी
मुलेठी की जड़ों को सुखाकर इसका पाउडर तैयार किया जाता है। इसमें नेचुरल मिठास होती है, जिसके कारण मिठाइयों या अन्य पकवानों में भी मुलेठी के पाउडर को डालकर खाया जाता है। शुगर पेशेंट भी इसे खाने की चीजों जैसे दही या सलाद में डालकर खा सकते हैं। बहुत से लोग मुलेठी से बनी चाय पीना भी पसंद करते हैं।
मुलेठी के अन्य फायदे
- मुलेठी के टुकड़े चूसने से खांसी में काफी आराम मिलता है। वहीं, शहद के साथ इसका सेवन करने से कफ की समस्या दूर हो सकती है।
- अगर आप आंखों में जलन की समस्या से परेशान रहते हैं तो आंखों के ऊपर मुलेठी और सौंफ के पाउडर का पेस्ट लगाने से राहत मिल सकती है।
- मुलेठी में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो पाचन को सही रखने में मददगार होते हैं। साथ ही ये वजन को कम करने में सहायक हो सकता है।