ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। छत्तीसगढ़ में दुर्ग-भिलाई के सराफा कारोबारी के घर व दुकान पर छापा मारने पहुंची डीआरआई (Directorate of Revenue Intelligence) टीम जांच के साथ झड़प हो गई। टीम को बंधक बनाने का भी प्रयास किया गया। यह घटना रात्रि एक बजे के आसपास की है।
रस्ते में रोक कर की झूमाझटकी
बताया जा रहा है कि DRI की टीम जब लौट रही तभी ज्वेलर्स संचालकों ने उन्हें घेर लिया। टीम जब कार से निकल रही थी तब भी उन्हें जाने से भी रोका जा रहा था। इस दौरान बहस के साथ झूमाझटकी भी हुई है। दुर्ग पुलिस की मदद से डीआरआई की टीम किसी तरह निकली। इस पूरी घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है। वहीं दुर्ग पुलिस ऐसी किसी भी घटना से इनकार कर रही है।
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दुर्ग, भिलाई के निवास और गोडाउन में मारा था छापा
बता दें कि गुरुवार को डीआरआई की टीम ने सहेली ज्वेलर्स के दुर्ग, भिलाई और सिविक सेंटर स्थित दुकान, निवास व गोडाउन में छापा मारा था। डीआरआई की 60 सदस्यीय टीम ने एक साथ दबिश दी थी। छापे की सूचना पर दुर्ग पुलिस की टीम भी पहुंची थी। टीम ने घर व दुकान को बंद कर दिया था और किसी के आने और जाने पर पाबंदी लगा दी थी। 24 घंटे से ज्यादा समय तक चली जांच में टीम ने कई दस्तावेज व हार्ड डिस्क जब्त किए हैं। टीम जब दुर्ग के ज्वेलरी दुकान से निकल रही थी, तभी झूमाझटकी की घटना हुई है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि दुर्ग पुलिस के जवान और सेंट्रल ऑर्म्स फोर्स के जवान मौके पर मौजूद है। इधर ज्वेलर्स संचालक का आरोप है कि बिल देने के बाद भी डीआरआई टीम के अधिकारियों ने उनके कर्मचारी के साथ गाली-गलौज की है। बता दें कि इससे पहले डीआरआई टीम ने दुर्ग में प्रकाश सांखला के सांखला ज्वेलर्स में छापेमारी की थी। उस दौरान भी मारपीट की घटना हुई थी।
नहीं मिली शिकायत –दुर्ग एसएसपी
लाइव हिन्दुस्तान से बात करते हुए दुर्ग के एसएसपी बद्रीनारायण मीणा ने कहा कि मारपीट की कोई शिकायत नहीं की गई है। अगर डीआरआई के अधिकारी कोई शिकायत दर्ज कराएंगे तो पुलिस उस पर कार्रवाई करेगी। वहीं कोतवाली पुलिस के टीआई एक्का ने कहा की डीआरआई की टीम ने जहां छापा मारा था वहां जरूर गए थे, लेकिन किसी तरह की विवाद की स्थिति निर्मित नहीं हुई है। जबकि डीआरआई टीम के साथ देर रात धक्कामुक्की की खबर मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। उस दौरान वहां पर काफी हंगामा हो रहा था।