देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) ने जैसा आतंक मचाया है और अब कोरोना (Corona) का नया वैरिएंट ‘ओमिक्रान’ को लेकर बातें सामने आ रही है, उसकी वजह से पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है। इस महामारी से बचने के लिए मोदी सरकार (Modi Government) वैक्सीनेशन का महाभियान चला रखी है। तो अब बूस्टर डोज (Booster Dose) और बच्चों के लिए वैक्सीन की बात कही जा रही है।
इस बीच कोरोना और उसके वैरिएंट से बचाव के लिए कई तरह की बातें भी तेजी से वायरल हो जाती हैं। हाल के दिनों में महाराष्ट्र के हिंगोली शहर से एक अनोखी बात सामने आ रही है। जहां पर गधी का दूध 10 हजार रुपए लीटर बेचा जा रहा है। इसके पीछे दावा भी किया जा रहा है कि गधी का दूध पीने मात्र से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता तेजी से बढ़ जाती है, जिससे किसी भी तरह का वायरस शरीर पर असर नहीं करता।
आलम यह है कि इन दिनों हिंगोली में गधी का दूध लेने के लिए होड़ मची हुई है। रोज लोग दूर—दराज इलाकों से इस 10 हजार रुपए प्रति लीटर वाले दूध को खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं और धड़ल्ले से दूध की बिक्री भी हो रही है। लोगों को बताया जा रहा है कि कोरोना जैसी महामारी में इसका दूध कारगर साबित होता है।
100 रुपए में एक चम्मच
चौंकाने वाली बात यह है कि गधी का दूध बेचने वाला हिंगोली की गलियों में भी घूम—घूमकर प्रचार कर रहा है। 1 चम्मच दूध पिलाने के एवज में बकायदा 100 रुपए वसूल कर रहा है, तो लोग उसकी बातों पर विश्वास भी कर रहे हैं। उस दूध बेचने वाले का कहना है कि यह करिश्माई दूध है, इससे बच्चों को निमोनिया से सुरक्षा मिल जाती है।
डॉक्टरों ने माना बेबुनियाद
गधी के दूध, उससे मिलने वाली इम्यूनिटी को लेकर डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के मामले में इस तरह का कोई भी लाभ नहीं मिल सकता। डॉक्टरों से पौष्टिकता को लेकर किसी तरह की टिप्पणी नहीं की है, लेकिन स्पष्ट कहा है कि किसी भी जानवर का दूध कोरोना वायरस से लड़ने में सक्षम नहीं है।