इंदौर। मध्यप्रदेश का इंदौर जिला देश के उन कोरोना संक्रमित इलाकों में एक है, जहाँ संक्रमण और उससे होने वाली मौतों का आंकड़ा सर्वाधिक है। यहाँ स्थानीय लोगों से लेकर प्रशासन को जागरूक रहने की जरूरत है। लेकिन केंद्रीय मंत्री के नरेंद्र सिंह तोमर के जन्मदिन के मौके पर गरीबों के बीच राशन बांटने के एक कार्यक्रम ने कोरोना संक्रमण को रोकने वाली गाइड लाइन्स के पालन को लेकर सवालियां निशान लगा दिया है। यहाँ आयोजित कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गईं।
भारत में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले इंदौर में इस घटना को लेकर स्थानीय प्रशासन पर भी उंगलिया उठ रही है। दरअसल, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जन्मदिन के मौके पर बीजेपी नेता और इंदौर के पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने गरीबों के बीच राशन बांटने का कार्यक्रम रखा था। इस कार्यक्रम में मुफ्त का राशन लेने के लिए 2 हजार से ज्यादा परिवारों को बुलाया गया था।
यह कार्यक्रम बगैर किसी सावधानी के शुरू होने से लोगों के लिए मुसीबत बन गया। राशन बांटने के दौरान ही खाने का सामान लेने के लिए जुटी भीड़ अचानक बेकाबू हो गई। राशन के लिए लोग एक दूसरे पर टूट पड़े। कोरोना वायरस और सोशल डिस्टेंसिंग को भूल कर भीड़ में शामिल लोग एक दूसरे के साथ धक्का मुक्की करने लगे। हर कोई राशन पाने के लिए टूट पड़ा। लोगों के बीच शुरू हुई धक्का मुक्की अचानक लूटपाट में तब्दील हो गई। यह भीड़ राशन की बोरियां उठाने में जुट गई। इससे पूरे मैदान में अफरा तफरी मच गई।
कुछ लोगों ने इस घटना का वीडियो बना कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया। मामले पर सफाई देते हुए विधायक सुदर्शन गुप्ता ने बयान जारी कर इसके लिए माफी मांग ली। गुप्ता ने भीड़ जुटने और अव्यवस्था फैलने की बात स्वीकारते हुए खेद प्रकट किया। उन्होंने कहा, हमने लोगों को दूर बैठाया था, और टोकन नंबर से राशन बांट रहे थे लेकिन उनके जाने के बाद अव्यवस्था फैल गई। उन्होंने कहा कि आगे से ऐसी गलती नहीं होगी।