कोरोना की तीसरी लहर को लेकर नेशनल कोविड सुपरमॉडल कमेटी ने बड़ी चेतावनी दी है। जिसके मुताबिक तीसरी लहर की वजह ‘ओमिक्रान’ ही बनेगा। दुनिया में बिगड़ते हालात के बीच भारत में रोज ‘ओमिक्रान’ के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। शनिवार तक भारत के 12 राज्यों में कुल 113 मरीजों की पहचान हुई थी, जो आज बढ़कर 143 हो गई है। यानी एक ही दिन में 30 नए मरीजों की पहचान हुई है।
देश और दुनिया में ‘ओमिक्रान’ के बढ़ते जद को देखते हुए नेशनल कोविड सुपरमॉडल कमिटी (National Covid-19 Supermodel Committee) ने इसे ही तीसरी लहर का कारण माना है और आशंका व्यक्त की है कि साल 2022 के फरवरी में भारत इसकी चपेट में होगा। कमिटी प्रमुख विद्यासागर ने कहा कि अभी भारत में कोरोना के दैनिक मामले 7,500 के करीब आ रहे हैं, लेकिन एक बार ‘ओमिक्रान’ मेन वायरस के तौर पर डेल्टा को रिप्लेस करना शुरू करेगा तो संक्रमितों के आंकड़ें तेजी से बढ़ेंगे। ऐसा इसलिए भी क्योंकि ओमिक्रोन वेरिएंट डेल्टा या किसी अन्य के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैलता है। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का कारण ओमिक्रोन ही बनेगा।
पहले के मुकाबले कम खतरा
उन्होंने एक सीरो सर्वे के आधार पर कहा कि हमारे देश में बहुत कम लोग बचे हैं जो अब तक डेल्टा के चपेट में नहीं आए हैं। ऐसे में आने वाला थर्ड वेव सेकेंड वेव से ज्यादा खतरनाक नहीं होगा। विद्यासागर ने कहा कि इसके अलावा भी इस बार देश कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयार है। देश ने अपनी क्षमताओं में भी इजाफा कर लिया है। जिसे मद्देनजर हम ये उम्मीद जता रहे हैं कि हमारा देश इस आने वाली चुनौती से निपट सकता है।