बेमेतरा . जिला के लिए जीवनदायिनी कही जाने वाली शिवनाथ नदी जहरीली हो गई है। इसका पानी फिल्टर प्लांट के जरिए बेमेतरा शहर सहित आसपास के इलाकों में पहुंचाया जा रहा है। यह एक ऐसी हकीकत है, जिससे बेमेतरा जिले का प्रत्येक व्यक्ति इत्तफाक रखता है। खबर के मुताबिक कोरोना वायरस के खतरे को भांपते हुए मुर्गी के अंडे, चूजों और मुर्गियों को को इसमें बहा दिया गया है, जिसकी वजह से शिवनाथ का पानी अब पीने के लायक नहीं रहा। इतने के बाद भी प्रशासन मूक-दर्शक बना बैठा है, जबकि कोरोना से बचाव के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एडवाइजरी जारी हो चुकी है। छत्तीसगढ़ सरकार ने स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
यह खबर बेमेतरा जिले के लोगों को सावधान करने के लिए है। दरअसल बेमेतरा सहित आसपास के इलाकों में पीने के लिए सप्लाई किए जा रहे शिवनाथ नदी के मीठे पानी में जहर घुल चुका है। यह एक ऐसी हकीकत है, जिससे वाकिफ होना जिले के प्रत्येक व्यक्ति के लिए आवश्यक है। बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर केंद्र और राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी की है, जिसके मुताबिक सावधानी ही कोरोना से बचाव का एकमात्र सही तरीका है, क्योंकि इस कोरोना लाइलाज बीमारी है। मिल रही जानकारी और सामने आए सबूत इस बात को प्रमाणित करते हैं कि शिवनाथ नदी में जहर घुल गया है। इसमें मुर्गी के अंडों, चूजों और मुर्गियों को बहाया गया है।
इस मामले में जिला प्रशासन को तत्काल कार्रवाई की जरुरत है, ताकि बेमेतरा जिला
कोरोना की चपेट में आने से बच सके। जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन अभी तक इस
गंभीर हालात से बेखबर है, जबकि प्रत्येक व्यक्ति के जान की जिम्मेदारी
प्रशासन की है। बहरहाल उम्मीद की जा सकती है कि इस खबर के बाद प्रशासन भी हरकत में
आएगी।
-बेमेतरा से लाला सिंह ठाकुर की रिपोर्ट