
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के दो सालों के साथ और कोरोना के नए वैरिएंट ‘ओमिक्रान’ के विस्तार और दहशत के नए पर्याय के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की है। पीएम मोदी ने आज नए कैलेण्डर वर्ष 2022 पर कहा कि यह वर्ष सभी के जीवन में ढेर सारी खुशियाँ और अच्छा स्वास्थ्य लेकर आए।
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम प्रगति और समृद्धि की नई ऊंचाइयों को छुएं और अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा करने के लिए और भी अधिक मेहनत करें। उन्होंने आज ‘मन की बात’ में वक्त के घुमते पहियों, गुजरते हुए लम्हों और उसके सदुपयोग पर अपनी बात रखी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह समय अब सृजन का है। आने वाले समय में आत्मनिर्भरता बड़ा प्रश्न होगा, जिसका जवाब आज से लिखा जाना जरुरी है, ताकि कल ठिठकना ना पड़े। वक्त का पहिया अपनी गति नहीं बदलता, लेकिन बदलते वक्त के साथ इंसान को अपनी चाल और रफ्तार दोनों ही बदलनी पड़ती है, तब जाकर समन्वय स्थापित हो पाता है।
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प्रधानमंत्री ने संस्कृत का श्लोक पढ़कर उसके मूल भाव को समझाने का प्रयास किया, जिसमें क्षण और कण का जीवन में क्या महत्व है, उसे बेहतर तरीके से समझाया है।