आजकल भागदौड़ वाले इस समय में नींद न आना भी एक बड़ी समस्या बनती जा रही है. कुछ लोगों को नींद अच्छी तरह से नहीं आती है. अगर आती भी है तो रात में बार-बार खुल जाती है. ऐसे में उनके शरीर को आराम नहीं मिल पाता और इसका नकारात्मक असर सेहत पर नजर आता है. इसके कारण दिन भर थकान, आलस, सिरदर्द की समस्या तो होती है, साथ ही कोई काम पूरी एकाग्रता के साथ नहीं हो पाता. इसके कारण चिड़चिड़ापन और गुस्सा बढ़ता है.
साथ ही नींद पूरी तरह से न लेने पर व्यक्ति धीरे धीरे बीमारियों की चपेट में आने लगता है. अगर आपके साथ भी ऐसी समस्या है तो आपको इसके कारण को समझने की जरूरत है, तभी इस समस्या का समाधान जड़ से किया जा सकता है. यहां जानिए कुछ ऐसे संभावित कारणों के बारे में जिनके कारण आपकी रात में बार-बार खुलती हो.
तनाव
तनाव आजकल की कॉमन समस्या है. तनाव के दौरान शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है. इसके कारण ब्रेन लगातार एक्टिव बना रहता है. ऐसे में उसे नींद नहीं आती. अगर किसी तरह व्यक्ति सो भी गया तो बार बार नींद खुल जाती है.
थायरॉयड
थायरॉयड के मरीजों को भी इस समस्या से जूझना पड़ता है. दरअसल थायरॉयड के दौरान हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं और इसका असर नींद पर भी पड़ता है. थायरॉयड बढ़ा होने पर दिल तेजी से काम करता है और शरीर में एड्रेनालाईन हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है. जिसके कारण नींद न आने की समस्या होने लगती है.
इन्सोम्निया
इन्सोम्निया भी इसका एक कारण हो सकता है. ये एक ऐसा स्लीप डिसऑर्डर है जो आपको रात में नींद न आने और दिनभर थका हुआ महसूस करने का कारण हो सकता है. इन्सोम्निया से पीड़ित व्यक्ति को नींद न आने, बार-बार नींद खुल जाने, रात में नींद खुलने के बाद दोबारा सो पाने में दिक्कत होती है.
सोशल मीडिया की लत
मोबाइल और सोशल मीडिया की लत भी नींद न आने की समस्या के लिए जिम्मेदार हो सकती है. मोबाइल की लाइट सीधेतौर पर आपकी आंखों पर पड़ती है. इससे शरीर मेलाटोनिन और स्लीप हार्मोन को बनने से रोकता है, जिसके कारण नींद में खलल पड़ता है.
स्लीप एप्निया
स्लीप एप्निया एक ऐसी समस्या है जिसमें रात में सोते वक्त बार-बार सांस लेने में परेशानी होने के कारण बार-बार नींद खुल जाती है जिससे आप क्वालिटी स्लीप नहीं मिल पाती और व्यक्ति पर पूरे दिन आलस सवार होता है.
ये आदतें भी जिम्मेदार
रात में चाय या कॉफी का ज्यादा सेवन करने से भी नींद बाधित होती है. इसके अलावा वर्किंग लोग अक्सर वीकेंड पर देर तक जागते हैं और सुबह देर तक सोते हैं. इससे उनके शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक खराब हो जाती है. इसके कारण भी नींद न आने की समस्या होती है.