नई दिल्ली। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के निर्माताओं ने कच्चे माल की बढ़ती लागत और उच्च माल ढुलाई शुल्क का भार ग्राहकों पर डाल दिया इसीलिए नए साल में एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। वहीं, वाशिंग मशीन जैसे घरेलू उपकरणों की कीमतों में इस महीने अंत में या अप्रैल तक 5-10 फीसदी की बढ़ोतरी देखी जा सकती है। पैनासोनिक, एलजी, हायर सहित कंपनियां पहले ही कीमतों की समीक्षा कर चुकी हैं, जबकि सोनी, हिताची, गोदरेज अप्लायंसेज जैसे अन्य निर्माता इस तिमाही के अंत तक निर्णय ले सकते हैं।
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड अप्लायंसेज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (CEAMA) के मुताबिक, उद्योग जनवरी से मार्च तक कीमतों में 5-7 फीसदी की बढ़ोतरी करेगा। हायर अप्लायंसेज इंडिया के अध्यक्ष सतीश एन एस ने पीटीआई को बताया, “वस्तुओं, वैश्विक माल ढुलाई और कच्चे माल की लागत में अभूतपूर्व उछाल के कारण हमने रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन और एयर कंडीशनर श्रेणियों में अपने उत्पादों की कीमतों में 3 से 5 प्रतिशत की वृद्धि करने के लिए कदम उठाए हैं।”
पैनासोनिक, जो पहले ही एयर कंडीशनर की कीमतों में 8 प्रतिशत तक की वृद्धि कर चुकी है, आगे और बढ़ोतरी पर विचार कर रही है। पैनासोनिक इंडिया के कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के डिवीजनल डायरेक्टर फुमियासु फुजीमोरी ने कहा, “एयर कंडीशनर की कीमतों में पहले ही लगभग 8 प्रतिशत की वृद्धि देख चुके हैं और यह वस्तुओं की बढ़ती लागत और आपूर्ति श्रृंखला के आधार पर और बढ़ सकती है। हम निकट भविष्य में घरेलू उपकरणों की कीमतों में भी वृद्धि दिख सकती है।”
दक्षिण कोरियाई उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स प्रमुख एलजी ने कहा कि कच्चे माल की लागत और रसद लागत में लगातार बढ़ोतरी चिंता का विषय है। बता दें कि कंपनी पहले ही घरेलू उपकरणों की श्रेणी में कीमतों में वृद्धि कर चुकी है। अब एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के घरेलू उपकरण और एयर कंडीशनर व्यवसाय के वीपी दीपक बंसल ने कहा, “व्यापार स्थिरता के लिए कीमतों में वृद्धि की जरूरत है।”
हिताची एयर कंडीशनिंग इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक गुरमीत सिंह ने कीमतों में बढ़ोतरी को अपरिहार्य करार देते हुए कहा कि कच्चे माल, करों और परिवहन सहित इनपुट लागत में वृद्धि के कारण कंपनी अप्रैल तक कीमतों में 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करेंगी। उन्होंने कहा, “चरणबद्ध तरीके से अप्रैल तक कीमतों में कम से कम 8-10 फीसदी की बढ़ोतरी हो जाएगी। कीमतें पिछले साल दिसंबर से इस साल लगभग 6-7 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं।”
CEAMA के अध्यक्ष एरिक ब्रागेंजा ने कहा, “उद्योग ने त्योहारी सीजन के कारण कीमतों में वृद्धि को स्थगित कर दिया था। हालांकि, वर्तमान में, निर्माताओं के पास कीमतों में बढ़ोतरी को ग्राहकों पर डालने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है। हमें उम्मीद है कि उद्योग कीमतों में जनवरी से मार्च तक 5-7 फीसदी के दायरे में बढ़ोतरी करने वाला है।