भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इस बीच सभी जानना चाहते हैं कि क्या कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave) पिछली लहर से ज्यादा खतरनाक होगी और क्या इस बार दूसरी लहर से ज्यादा केस आएंगे? इसके अलावा कोरोना की तीसरी लहर कब खत्म होगी? बता दें कि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर भारत और अमेरिका के एक्सपर्ट्स ने अनुमान जताया है.
कोरोना की तीसरी लहर का पीक कब?
अमेरिकी रिसर्च सेंटर आईएचएमई (IHME) के डायरेक्टर डॉक्टर क्रिस्टोफर मुरे (Christopher Mure) ने अनुमान जताया है कि भारत में कोरोना की तीसरी लहर का पीक अगले महीने फरवरी में आ सकता है. डेल्ट वेरिएंट की लहर के मुकाबले इस बार कोरोना के मामले ज्यादा आएंगे लेकिन नया वेरिएंट ओमिक्रॉन कम गंभीर है. भारत में जब कोरोना की तीसरी लहर का पीक आएगा तो हर दिन लगभग 5 लाख से ज्यादा मामले सामने आएंगे.
Kanpur, UP | As per preliminary data, cases (nationally) will peak by the end of this month & are likely to to cross second wave numbers. But the decline of cases will be equally sharp. By March, it (peak) will be almost over: Manindra Agrawal, IIT Kanpur professor on third wave pic.twitter.com/XE11XqQtlA
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 10, 2022
भारतीय एक्सपर्ट ने जताया ये अनुमान
वहीं आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल का अनुमान अमेरिकी एक्सपर्ट से अलग है. प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल के मुताबिक, भारत में कोरोना की तीसरी लहर का पीक इसी महीने आ सकता है. इस बार दूसरी लहर से ज्यादा मामले रजिस्टर होंगे. लेकिन पीक पर जाने के बाद मामलों की संख्या तेजी से घटेगी. मार्च तक कोरोना की तीसरी लहर का पीक लगभग खत्म हो जाएगा.
इन शहरों में पहले आएगा कोरोना का पीक
प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल के अनुसार, दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में कोरोना की तीसरी लहर का पीक अगले कुछ दिनों में दिखेगा. जनवरी के खत्म होने तक मामलों की संख्या इन शहरों में तेजी से कम हो जाएगी. ओमिक्रॉन से घबराने की जरूरत नहीं है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस के 1 लाख 79 हजार 723 नए मामले सामने आए और इस दौरान 146 मरीजों की मौत हो गई. कोरोना पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 13.29 प्रतिशत हो गया है. देश में इस वक्त कोविड-19 के 7 लाख 23 हजार 619 एक्टिव केस हैं. वहीं ओमिक्रॉन के 4 हजार 33 मामले भारत में हैं.