रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राष्ट्रीय बालिका दिवस(National Girl Child Day ) के अवसर पर सभी बेटियों को बधाई और उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने अपने बधाई संदेश में कहा है कि बेटे-बेटियों के बीच असमानता को दूर करने और बेटियों के अधिकारों के प्रति समाज में जागरूकता लाने के उद्देश्य से हर साल राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा है कि बेटियां खूब पढें, निडर होकर आगे बढ़ें और अपने सपने साकार करें, राज्य सरकार का सहयोग हमेशा उनके साथ है।
उन्होंने कहा कि यह गर्व और खुशी की बात है कि लिंगानुपात में छत्तीसगढ़ देश के राज्यों में अव्वल है। यह छत्तीसगढ़ में महिलाओं के सम्मान की परंपरा और बहन, बेटियों और माताओं के लिए बेहतर वातावरण से संभव हुआ है। इसी कारण आज बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, उन्होंने कहा कि बालिकाएं देश-प्रदेश, समाज और परिवार का गौरव होती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि बेटियों को बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा, और सुरक्षित माहौल देना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। जिससे वे घर-परिवार के साथ देश-प्रदेश की उन्नति में भी सहभागी बन सकें।
क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय बालिका दिवस
24 जनवरी यानी आज के दिन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नारी शक्ति के रूप में याद किया जाता है। इसकी शुरुआत महिला एवं बाल विकास, भारत सरकार ने 2008 में की थी। इस दिन इंदिरा गांधी पहली बार प्रधानमंत्री के रूप में कर्यभाल संभाला था। इसलिए इस दिन को राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है।
राष्ट्रीय बालिका दिवस का मकसद
देश में लड़कियों द्वारा असमानताओं के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाना
बालिकाओं के अधिकारों के बारे में जागरूकता करना।
बालिका शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण के महत्व पर जागरूकता बढ़ाना।